देहरादून। मिनर्वा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी देहरादून के प्रधानाचार्य डॉ. ओम प्रकाश मिश्रा ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर कला जगत में नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए नाम रोशन किया है। छह फरवरी को उन्होंने अपने कार्यालय में एक ही कागज़ पर संपूर्ण रामायण का लघु चित्रण कर इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया। इस उपलब्धि की आधिकारिक पुष्टि 23 फरवरी 2025 को प्रमाण पत्र प्राप्त होने के साथ हुई।
इस अनूठे कार्य को संपन्न करने के लिए डॉ. मिश्रा ने 9×12 इंच के कागज़ पर केवल एक पेन का उपयोग कर लघु चित्रकला और पारंपरिक लोककला शैली का संयोजन किया। इस चित्रण में संपूर्ण रामायण के प्रसंगों को सूक्ष्म और विस्तृत रूप से उकेरा गया, जिसे पूरा करने में मात्र दो दिन लगे। इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मानदंडों के अनुसार, इस उपलब्धि के लिए चित्र की अत्यधिक सूक्ष्मता और निर्धारित समय सीमा के भीतर इसे पूरा करना अनिवार्य था।
मिनर्वा इंस्टीट्यूट और उत्तराखंड को मिली वैश्विक पहचान- डॉ. ओम प्रकाश मिश्रा, जो अपनी आधुनिक लोककला शैली के लिए प्रसिद्ध हैं, कला के क्षेत्र में निरंतर नवाचार कर रहे हैं और रचनात्मकता की नई
ऊंचाइयों को छू रहे हैं। उनकी इस उपलब्धि से मिनर्वा इंस्टीट्यूट और देहरादून शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। इस अवसर पर मिनर्वा इंस्टीट्यूट के चेयरमैन प्रदीप कुमार जैन एवं डायरेक्टर अभिनव
जैन ने डॉ. मिश्रा को शुभकामनाएं दी। डॉ. ओम प्रकाश मिश्रा की यह उपलब्धि भारतीय कला के क्षेत्र में आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।