नई दिल्ली। मध्य प्रदेश ग्वालियर में एक उपभोक्ता को विद्युत विभाग की ओर से एक माह का बिल लाख दो लाख रुपये का नहीं बल्कि पूरे 34,19,53,25,293 (34 अरब 19 करोड़ 53 लाख 25 हज़ार) रुपये का का आया है, जो कि शायद देश में विद्युत विभाग द्वारा ग़लती से भेजे गये आज तक के ग़लत बिलों का रिकॉर्ड तोड़ने वाला बिल होगा।
क्या है पूरा मामला?
मीडिया में वायरल हो रही ख़बर के अनुसार ग्वालियर के पॉश इलाक़े ‘सिटी सेंटर’ में मेट्रो टॉवर के नज़दीक शिव विहार कॉलोनी में एक महिला प्रियंका गुप्ता का घर है, जो कि एक गृहिणी है। प्रियंका गुप्ता के पति संजीव पेशे से वकील हैं। संजीव बताते हैं कि “इस बार उनका बिजली का बिल 34 अरब 19 करोड़ 53 लाख 25 हजार रुपये का आया है, जिसे देखकर उनकी पत्नी प्रियंका गुप्ता का जहाँ ब्लड प्रेशर बढ़ गया, तो वहीं उनके पेशेंट पिता राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता को ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण हस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।”
बिल में कैसे हुई गड़बड़ी?
विद्युत उपभोक्ता प्रियंका गुप्ता के पति संजीव कनकने ने बताया कि “बिल मिलने के बाद उसके भुगतान के लिये उनके मोबाइल फ़ोन पर मैसेज भी आया। जब उन्होंने इतने भारी भरकम बिल आने की विद्युत विभाग में शिकायत की तो, उन्हें बताया गया कि अस्थाई विद्युत कनेक्शन को स्थाई नहीं करने के कारण यह गड़बड़ी हुई है। क्योंकि जिस मकान को ख़रीदे उन्हें 2 वर्ष से अधिक का समय बीत गया तो मजबूरन कॉमर्शियल रेट पर ही बिजली का उपभोग करना पड़ रहा है।
कैसे हुई बिल की त्रुटि दूर?
विद्युत विभाग के काफ़ी चक्कर काटने के बाद अब तब संजीव कनकने की परेशानी दूर हुई जब उनका बिल विद्युत विभाग द्वारा संशोधित करने के बाद मात्र लगभग 1,300 रुपये निर्धारित किया गया है। वहीं इस संबंध में मध्य प्रदेश ऊर्जा मन्त्री प्रधुम्न सिंह तोमर और विद्युत विभाग के महाप्रबंधक नितिन मांगलिक का कहना है कि “यह एक मानवीय भूल है जिसे सुधार दिया गया है, और इस त्रुटि के ज़िम्मेदार सबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।”