देहरादून। देहरादून पुलिस ने घर से गुमशुदा हुई नाबालिग को महाराष्ट्र से बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। 17 फरवरी को शिकायतकर्ता निवासी- व्यासभूड़ कालसी ने थाना कालसी में तहरीर दी थी कि उसकी बहन उम्र 16 वर्ष 17 फरवरी को समय शाम 4.30 बजे लगभग घर से नाराज होकर बिना बताये कही चली गई है, जो वापस नही आयी। इस सूचना और शिकायतकर्ता की तहरीर के आधार पर तत्काल थाना कालसी में मुकदमा आईपीसी बनाम अज्ञात दर्ज किया गया, जिसकी जाँच महिला एसआई हेमा बिष्ट के सुपुर्द की गई।

गुमशुदा नाबालिक की बरामदगी हेतु डीआईजी/ एसएसपी देहरादून दिलीप सिंह कुंवर के निर्देशानुसार पुलिस अधीक्षक ग्रामीण महोदय के कुशल दिशा- निर्देशन व क्षेत्राधिकारी विकासनगर महोदय के निकट पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष कालसी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया व गुमशुदा नाबालिक द्वारा प्रयोग किए गए मोबाइल नंबर की लोकेशन व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गुमशुदा नाबालिग की लोकेशन महाराष्ट्र प्रांत में अहमदनगर रेलवे स्टेशन पर पाए जाने पर आरपीएफ अहमदनगर संपर्क कर गुमशुदा नाबालिक को आरपीएफ अहमदनगर के संरक्षण में लिवाया गया तथा पुलिस टीम को अहमद नगर महाराष्ट्र रवाना किया गया। गुमशुदा नाबालिक को आरपीएफ अहमद नगर द्वारा चाइल्ड वेलफेयर कमेटी अहमद नगर के समक्ष प्रस्तुत किया गया, तत्पश्चात गुमशुदा को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी अहमद नगर महाराष्ट्र द्वारा नाबालिक को कालसी पुलिस टीम के सुपुर्द किया गया।
पुलिस टीम द्वारा गुमशुदा उपरोक्त को महाराष्ट्र से लाकर नियमानुसार सीडब्लूसी देहरादून के समक्ष प्रस्तुत किया गया तथा काउंसलिंग के बाद सीडब्ल्यूसी देहरादून द्वारा गुमशुदा नाबालिग को सकुशल परिजनों के सुपुर्द किया गया। परिजनों ने बेटी की बरामदगी पर पुलिस की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए आभार जताया है। नाबालिग को बरामद करने में एसएचओ थाना कालसी रविन्द्र सिह नेगी, महिला एसआई हेमा बिष्ट, कांस्टेबल राजीव कुमार, कांस्टेबल राजेश रावत और महिला कांस्टेबल इंदु शर्मा ने प्रमुख भूमिका निभाई