कांग्रेस की दूसरी सूची जारी होते ही देहरादून जिले की तीनों सीटों पर बगावत शुरू

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देहरादून। कांग्रेस पार्टी द्वारा सोमवार देर शाम 11 प्रत्याशियों की सूची जारी करने के साथ ही देहरादून जिले की ऋषिकेश, डोईवाला एवं कैंट विधानसभा में बगावत शुरू हो गई है। जिसके चलते कांग्रेस को इन सीटों पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

ऋषिकेश विधानसभा में लंबे समय से तैयारी कर रहे एक कद्दावर नेता कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। विश्वस्त सूत्र बता रहे हैं कि उक्त नेताजी से भाजपा नेताओं ने बातचीत शुरू कर दी है। बहुत संभव है कि भाजपा उक्त नेता जी को डोईवाला विधानसभा सीट पर प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतार दे।

वहीं कैंट विधानसभा सीट से टिकट के दावेदार रहे महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, कांग्रेस नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता अभिनव थापर, वीरेन्द्र मोहन पोखरियाल एवं कोमल बोहरा भी टिकट वितरण से खासी नाराज बताई जा रही है। सूत्र बता रहे हैं कि एक दावेदार ने कल अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जायेगा। बहुत संभव है कि कैंट सीट पर काग्रेस प्रत्याशी को विपक्षी पार्टियों के प्रत्याशियों के साथ साथ अपनी पार्टी के बागी प्रत्याशी का भी सामना करना पड़े।

वहीं डोईवाला विधानसभा से टिकट की प्रबल दावेदार रही महिला कांग्रेस सेवा दल की प्रदेश अध्यक्ष हेमा पुरोहित पर भी उनके समर्थक पार्टी को अलविदा कहकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का दबाव बना रहे हैं। जिसके बाद उन्होंने मंगलवार को अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है। जिसमें समर्थकों के दबाव के आगे झुकते हुए हेमा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा कर सकती हैं।

हेमा पुरोहित का डोईवाला एवं रायपुर विधानसभा में बड़ा प्रभाव माना जाता है। हेमा पुरोहित दो बार जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं। वही उनके पति प्रवीण पुरोहित भी गढ़वाली समुदाय की बड़ी सामाजिक संस्था अपणु पहाड़ अपनी संस्कृति मंच के अध्यक्ष हैं एवं क्षेत्र में काफी सक्रिय रहते हैं। साथ ही हेमा के देवर प्रकाश पुरोहित त्रिवेंद्र रावत के मुख्यमंत्री रहते डोईवाला विधानसभा की मियांवाला सहकारी समिति में अध्यक्ष पद पर काबिज होकर अपनी ताकत का एहसास करा चुके हैं यदि हेमा पुरोहित निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरती है तो डोईवाला विधानसभा के साथ ही रायपुर विधानसभा में भी कांग्रेस को बड़ा नुकसान होना तय है।