आधा दर्जन संगठनों ने रैली निकाल राष्ट्रपति के नाम भेजा 13 सूत्रीय मांगपत्र

296

राजधानी देहरादून में विशाल प्रदर्शन कर मोदी से इस्तीफा मांगा

देहरादून। ऐतिहासिक भारत छोडो दिवस के अवसर पर आज सीआईटीयू एवं किसान सभा के नेतृत्व में भारत बचाओ आह्वान के साथ बडी संख्या में मजदूर, किसान, छात्र, नौजवानों तथा महिलाओं ने रैली निकालकर जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को 13 सूत्रीय मांगपत्र प्रेषित किया।

इसके अलावा आंगनबाड़ियों को कम से कम 21 हजार रूपये मानदेय दिया जाने की भी मांग की गई। भोजन माताओं के लिए घोषित 5000रुपये की राशि का अविलंब भुगतान किया जाने के साथ ही आशाओं के लिए सम्मानजनक मानदेय घोषित करने की मांग भी की गई।

राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन में श्रम कानूनों में किये गये बदलाव तथा मजदूर विरोधी श्रम कोड, किसान विरोधी तीनों काले कानूनों विधुत संशोधन बिल वापस लेने, सभी गैर आयकर परिवारों के खात में कोविड के दौरान 7500रूपये प्रतिमाह डालना सुनिश्चित करने की भी मांग की गई। कोविड के दौरान प्रत्येक व्यक्ति को 10 किलो राशन, मनरेगा में 600रूपये प्रतिदिन तथा 200 दिन का का काम दिये जाने की मांग भी की गई।

आवश्यक वस्तुओं जैसे पैट्रोल, डीजल, गैस, खाद्य तेल आदि सभी की मूल्य वृध्दि वापस, टोलप्लाजा खत्म, किसी भी श्रमिक की छटनी नही, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों, स्कीम वर्कर की समस्याओं का समाधान, सभी कामगारों को न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा व पेंशन सुविधा, बजट का 6 प्रतिशत स्वास्थ्य पर खर्च, सभी रिक्त पदों पर नियुक्ति,फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारन्टी, एमएसपी कानून, गन्ना किसानों का समय पर भुगतान, गन्ने का समर्थन मूल्य दिया जाने की भी पुरजोर मांग उठी।

डोईवाला शुगर मिल का निजीकरण बन्द, गुप्तकाशी से सोनप्रयाग के निर्माणाधीन विवादित राजमार्ग की अनियमताओं की निष्पक्ष जांच, तहसील विकासनगर के अन्तर्गत बाढ सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने आदि प्रमुख मांगे रही।

इस अवसर पर सीटू के अध्यक्ष राजेन्द्र नेगी, मन्त्री लेखराज, जिलाध्यक्ष किशन गुनियाल, किसान सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवाण, महामंत्री गंगाधर नौटियाल, कोषाध्यक्ष शिवपप्रसाद देवली, महामन्त्री दलजीत सिंह, कमरूद्दीन,एस एफ आई अध्यक्ष तथा महामंत्री नितिन मलेठा ,हिमांशु चौहान, महिला समिति की उपाध्यक्ष इन्दु नौडियाल, नुरैशा अंसारी, भगवन्त पयाल, रविन्द्र नौडियाल, राजेन्द्र पुरोहित, अनन्त आकाश, पुरूषोत्तम बढोनी, सतीश धौलाखण्डी, याकूब अली, जाहिद अन्जुम, हाजी मीर हसन, सुरेन्द्र राणा, बलबीर सिंह, इन्द्रजीत सिंह, हरवंश, महताब अली, संजय पुण्डीर, देवसिंह, उमेश वोरा, उमा नौटियाल, भोजन माता की महामंत्री मोनिका, आंगनबाड़ी की महामंत्री चित्रा, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी पंत, माला गुरूंग, सुधा देवली, रजनी गुलेरिया,मनोज कुंवर, राजेश्वर सिंह,ऐना देवी, ममता शशी,उर्मिला विमला मायादेवी किरन,बैशाली थापा,वैशाली थापा,सुन्दर थापा,गयुर अहमद, शिशुपाल, सत्यम, अर्जुन रावत, राजेन्द शर्मा आदि सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल थे। इस अवसर पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने एक स्वर में मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी सरकार पद पर बन रहने की नैतिकता खो चुकी है।