कई विधायक मंत्री खर्च नही कर सके 50 प्रतिशत निधि, किशोर उपाध्याय सबसे फिसड्डी

7

अस्तित्व टाइम्स

देहरादून। उत्तराखंड के विधायकों का आधा कार्यकाल पूर्ण हो चुका हैं लेकिन अभी तक विधायक निधि में से कुल 61 प्रतिशत विधायक निधि ही खर्च हुई हैं। उत्तराखंड में सबसे कम विधायक निधि खर्च होने वाले विधायकों में किशोर उपाध्याय (15 प्रतिशत)
डाॅ धन सिंह रावत (29),
प्रेम चन्द्र अग्रवाल (33)
डाॅ मोहन सिंह बिष्ट (34),
खुशाल सिंह (34),
प्रीतम सिंह (37),
सरिता आर्य (40),
सुरेश गडिया (42),
बंशीधर भगत (43),
भरत सिंह चौधरी (43),
राजेन्द्र सिंह (44)
शक्ति लाल शाह (44) शामिल है।

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने उत्तराखंड के ग्राम्य विकास आयुक्त कार्यालय से विधायक निधि खर्च सम्बन्धी विवरणों की सूचना मांगी थी। इसके उत्तर में उपायुक्त (प्रशासक) हेमन्ती गुंजियाल ने अपने पत्रांक 20211 के साथ वर्तमान विधायक निधि विवरण की फोटो प्रति उपलब्ध करायी है।
नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार वर्ष 2022-23 से 2024-25 में माह दिसम्बर 2024 तक 96400 लाख की विधायक निधि उपलब्ध हुई लेकिन इसमें से केवल 61 प्रतिशत 58926.35 लाख की विधायक निधि ही खर्च हुई है जबकि 39 प्रतिशत 37459.65 लाख की विधायक निधि खर्च होने को शेष हैं।

सीएम धामी की 53 प्रतिशत,
ऋषिकेश विधायक, वित्त मंत्री प्रेम चन्द्र अग्रवाल की 33 प्रतिशत,
अन्य मंत्रियों में चौबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज की 56 प्रतिशत,
मसूरी विधायक गणेश जोशी की 72 प्रतिशत,
श्रीनगर विधायक धन सिंह रावत की 29 प्रतिशत,
नरेन्द्र नगर विधायक सुबोध उनियाल की 57 प्रतिशत,
सोमेश्वर विधायक रेखा आर्य की 64 प्रतिशत,
बागेश्वर विधायक चन्दन रामदास की 84 प्रतिशत तथा सितारगंज विधायक सौरभ बहुगणा की 85 प्रतिशत विधायक निधि खर्च हुई है।

उत्तराखंड में सर्वाधिक विधायक निधि खर्च होने वाले विधायकों में
प्रदीप बत्रा (90 प्रतिशत),
रवि बहादुर (85),
सौरभ बहुगुणा (85),
चन्दन रामदास (84),
फुरकान अहमद (84),
गोपाल सिंह राणा (83),
उमेश कुमार (82),
राजकुमार (81),
उमेश शर्मा (80) शामिल है।

प्रदेश के औसत 61 प्रतिशत से कम विधायक निधि खर्च होने वाले अन्य विधायकों में यशपाल आर्य (45),
सुमित ह्रदयेश (46),
रामसिंह कैड़ा (46),
दुर्गेश पाल (47),
सुरेश चैहान(47),
श्रीमति शैला रानी (48),
संजय डोभाल (49),
श्रीमति रेणु सिंह (51),
पुष्कर सिंह धामी (53),
भोपाल राम टम्टा (55),
सतपाल महराज (56),
मनोज तिवारी (56),
त्रिलोक सिंह चीमा(56),
सुबोध उनियाल (57),
मदन कौशिक (57),
श्रीमति सविता कपूर (58),
विनोद कण्डारी (58),
दीवान सिंह बिष्ट (58),
मयूख महर (60)
तथा दिलीप सिंह (60 प्रतिशत) शामिल है।