अस्तित्व टाइम्स
देहरादून। नगर निगम के वार्ड नंबर 06 दून विहार जाखन सीट पर एक बार फिर से संजय नौटियाल और अनूप सक्सेना के आमने सामने होने की संभावना है। हालांकि आरक्षण में यह सीट सामान्य महिला हो गई है। जिसके चलते भाजपा यहां से भावना बिष्ट पर भी दांव खेल सकती है।
अब तक की बात की जाए तो निम्न प्रत्याशी चुनावी मैदान में आ सकते हैं..
संजय नौटियाल
इस चुनाव में भाजपा निवर्तमान पार्षद संजय नौटियाल के परिवार से ही किसी महिला को चुनावी मैदान में उतार सकती है। हालांकि अपने कार्यकाल के दौरान संजय का विवादों से खूब नाता रहा है। एक वर्ग द्वारा सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में भेदभाव के आरोप उन पर खूब लगे।
भावना बिष्ट
भावना बिष्ट भाजपा की सक्रिय कार्यकर्ता हैं, वह पिछले चुनाव में भी टिकट की दौड़ में शामिल थी। भावना युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी के भी काफी करीब बताई जाती हैं। भाजपा भी संजय नौटियाल से जुड़े विवादों को देखते हुए भावना बिष्ट पर दांव लगा सकती है।
अनूप सक्सेना
पिछले चुनाव में निर्दलीय ताल ठोककर संजय नौटियाल से मात्र 23 वोटों से हारे अनूप सक्सेना इस बार अपनी पत्नी को चुनाव लड़वा सकते हैं। हारने के बाद भी वार्ड में उनकी सक्रियता लगातार बरकरार रही है जिसका फ़ायदा इस चुनाव में उन्हें मिल सकता है। पिछला चुनाव उन्होंने निर्दलीय लड़ा था और फिलहाल वह कांग्रेस खेमे में हैं और कांग्रेस के टिकट पर उनका दावा मजबूत है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान दून विहार वार्ड में सक्सेना ने कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमति गोदावरी थापली के लिए काफी मेहनत की थी। इसी वर्ष हुए लोकसभा चुनाव के दौरान भी वह कांग्रेस के लिए पसीना बहाते दिखे। उनका व्यक्तिगत जनाधार बहुत मजबूत माना जाता है
दीप सिंह चौहान
वर्ष 2013 में जाखन सीट से पार्षद रह चुके दीप सिंह चौहान एक बार फिर से चुनावी मैदान में आ सकते है। पिछले चुनाव में वह कांग्रेस के प्रत्याशी रहे हैं। उस चुनाव में कांग्रेस वार्ड में तीसरे नंबर पर खिसक गई थी। पिछले काफी समय से दीप सिंह चौहान वार्ड नंबर 07 जाखन से तैयारी कर रहे थे इस कारण दून विहार वार्ड में उनकी सक्रियता नहीं के बराबर थी। परन्तु वह सीट रिजर्व होने के कारण वह यहां दावेदारी जता सकते हैं।
प्रवीन भारद्वाज
प्रवीन भारद्वाज वर्तमान में कांग्रेस से टिकट के लिए जुगाड लगा रहे हैं। भारद्वाज अंशल ग्रीन सोसायटी के सचिव हैं। अंशल ग्रीन सोसायटी में पार्क की जमीन को लेकर वह और संजय नौटियाल आमने सामने हैं। उनके द्वारा संजय के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। हालांकि जनता में उनकी कोई विशेष पकड़ नहीं दिखाई देती। सूत्र बताते हैं कि वह वार्ड में सक्रिय रहने के बजाए कुछ नेताओं को रिझाकर टिकट की जुगत लगा रहे हैं।
राहुल
राहुल पेशे से प्रोपर्टी डीलर हैं। उनका भी जाखन की एक बस्ती में अच्छा खसा प्रभाव माना जाता है। वह भी चुनावी मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोक सकते हैं।