देहरादून: भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने जुनैद, पिता दे चुके हैं देश के लिए शहादत

1152

शहीद परिवार के बेटे लेफ्टिनेंट जुनैद अहमद आई एम ए पासिंग आउट परेड के बाद जब अपने गांव भुडडी पहुंचे तो गौरव सैनानी एसोसिएशन उत्तराखंड व क्षेत्रवासियों ने किया भव्य स्वागत

देहरादून। शिमला बाई पास रोड स्थित भुडडी गांव के रहने वाले जुनेद खान ने आई एम ए में ट्रेनिंग की और लेफ्टिनेंट बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया। आज जब वह अपने गांव भुडडी पहुंचे तो क्षेत्र में सैंकड़ों लोगों की भीड़ ने जुनैद का स्वगत किया। गौरव सैनानी एसोसिएशन उत्तराखंड से जुड़े पदाधिकारी भी भुड्डी पहुंचे और फूल मालाओं से लेफ्टिनेंट जुनेद अहमद का भव्य स्वागत किया और जयघोष नारों के साथ उनके निवास स्थान तक पहुंचे। गौरव सैनानी एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर सिंह राणा ने बताया कि जुनेद अहमद की माता स्वर्गीय शबीना एक वीरनारी थी जिनके पति वीर अमर शहीद यूनिट6 राजपूताना राइफल के सिपाही अमीर खान ने जनवरी 1994 में मणिपुर में देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था।

क्षेत्र के वरिष्ठ समाजसेवी शहबान अली बॉबी ने अपने कार्यालय पर जुनेद अहमद का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले जुनेद अहमद का भारतीय सेना में आफिसर बनना आज क्षेत्र के नवयुवकों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। जहां आज क्षेत्र में कई युवा अपराधिक कार्यों व नशे में लिप्त है वहीं कुछ होनहार बच्चे इस प्रकार क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं। हमें जुनेद अहमद पर गर्व है। लेफ्टिनेंट जुनेद अहमद के निवास स्थान पर बधाई देते वालों का तांता लगा रहा।

स्वागत कार्यक्रम में गौरव सैनानी एसोसिएशन उत्तराखंड के उपाध्यक्ष मनवर सिंह रौथाण, सचिव गिरीश जोशी, रणवीर सिंह, विक्रम कंडारी,भरत बुटोला, अजयवीर रावत, विरेन्द्र चौहान समाजिक कार्यकर्ता बाबी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य क़ुर्बान अली, अहमद हुसैन, पूर्व प्रधान तजम्मुल हुसैन, नसीबूदिन, तय्यब हुसैन इत्यादि मौजूद थे।