बिहार में नई सरकार के गठन को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में कवायद तेज हो गई है। एनडीए ने 15 नवंबर को नवनिर्वाचित विधायकों की पटना में बैठक बुलाई है। इसमें विधायक अपना नेता चुनेंगे, लेकिन कैबिनेट के गठन में भाजपा कोई समझौता करने के लिए राजी नहीं है। इस बार वह ज्यादा मंत्री पद व अहम विभाग मांग सकती है।
राज्य में नई सरकार के गठन पर चर्चा के लिए शुक्रवार को भाजपा आलाकमान ने सुशील मोदी की दिल्ली बुलाया है और सूत्रों की मानें तो पार्टी ने भाजपा विधायक दल के नेता चुनने की जिम्मेदारी केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को दी है। राजनाथ सिंह 15 नवंबर को पटना में होने वाली बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद रहेंगे।
जानकारों का कहना है कि भाजपा, नीतीश कुमार को तो राज्य का मुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयार है लेकिन कैबिनेट में अपनी ताकत के हिसाब से जगह लेना चाहती है। भाजपा इस बार कई अहम विभागों पर दावा करेगी, जो पहले जदयू के पास हुआ करते थे। इन विभागों और इसके अलावा कैबिनेट से जुड़ी चर्चा के लिए सुशील मोदी को दिल्ली बुलाया है।