हॉकी खिलाड़ी से दुष्कर्म: थू थू तेरी कामुकता भानु प्रकाश

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एक बार फिर देवभूमि उत्तराखंड पर घिनौना दाग एक हैवान दरिंदे ने लगा दिया। बेचारी सोलह साल की हॉकी खिलाड़ी, जोकि उम्मीदों के पर लगा कर हॉकी में अपना करियर बनाने के लिए तत्पर, हरिद्वार पवित्र नगरी में अपने ही चंपावत के अस्सिटेंट कोच, की वासना का शिकार हो गई। और जब पुलिस मौका वारदात पर पहुंची तो उस इस घृणित कृत्य के साक्ष्य को देख कर दंग रह गई जो उस हैवान की कामुकता और उस बच्ची की लाचारी बयान करती है। आखिर क्या हो गया है इस समाज को? किस जगह यह बच्चियां महफूज़ है। कुछ दिन पहले ही बेचारी अंकिता भंडारी को मारा गया था। जिसमें सालों गुजर जाने के बाद भी अभी कानूनी कार्रवाई चल रही है और उसके मां बाप इसी आस में राह तक रहे हैं कि कब बच्ची के कातिलों को सजा मिले गी और कब उनको इंसाफ मिलेगा। खेल मंत्री ने रेखा आर्य जी ने उस असिस्टेंट कोच के खिलाफ जो भी कारवाई की हो और उसको गिरफ्तार किया गया हो मगर इस प्रकार की घटनाएं सरकारी सिस्टम की पोल खोल देती हैं। बेटी तो सरकारी संस्थानों में, सरकार की देख रेख और रेखा जी के होने के बाद भी महफूज़ नहीं हैं। किस तरह का यह खेल अनुशासन है और किस तरह का यह सिस्टम है। इसको बदलने की जरूरत है। और अभी जिस तरह से हमारी सरकार उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता का कानून बनाकर बिना शादी के लिव इन रिलेशनशिप के प्रावधान को लागू करने की तैयारी कर रही है तो आने वाले समय में बेटियां सुरक्षित होंगी यह तो आने वाला समय ही बतायेगा मगर यह बात तय है कि आगे आने वाले समय में बेटियों को ज्यादा दुख सहना पड़ेगा और ज्यादा मुक़दमे बाजी भी करनी पड़ेगी। आगे आने वाले समय में ऐसे भेड़ियों की कामुकता बढ़ेगी क्योंकि नशा नौजवान नस्लों को जकड़ लेगा। हालात की ऐसी मारा मारी होगी कि नशे से ही इंसान के हालात का नशा उतारेगा और लोग जोम्बी की तरह रहेंगे। लिव इन रिलेशनशिप जैसी कुरीतियों से खानदानी निज़ाम दरहम बरहम हो जाएगा और जैसे हमारे प्यारे नबी ने फरमाया कि आखिरी वक्त में इंसान गधों की तरह अपनी वासना पूरी करेंगे। इस सोशल मीडिया और फ़हाशी के दौर में यह गुनाह आम हो रहे हैं क्योंकि आज के नो जवानों को ना ख़ुदा का डर है नो कानून का। सरकार को इन तरह के हालात से चेतने की जरूरत है ऐसा न हो कि जिंदगी की डोर टूट जाए और समाज की भलाई के लिए हाथ मलते रह जाएं।

खुर्शीद अहमद सिद्दीकी,
37, प्रीति एनक्लेव माजरा देहरादून उत्तराखंड।