नई दिल्ली। पांच दिन की प्रतीक्षा के बाद आज आखिर कांग्रेस में भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित किए गए कोटद्वार विधायक हरक सिंह रावत को कांग्रेस पार्टी ने अपने परिवार में शामिल कर ही लिया है। अभी यह सुनिश्चित नहीं है कि वह लैंसडाउन से चुनाव लड़ेंगे या फिर कोटद्वार से। इतना जरूर है कि 5 दिन से हरक सिंह रावत किसी राष्ट्रीय दल से जुड़ने की संभावनाओं के तहत इधर से उधर गोते खा रहे थे और कांग्रेस में भी उन्हें शामिल करने का विरोध हो रहा था।
हरक सिंह रावत लगातार कांग्रेस हाईकमान के संपर्क में थे और उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस मैं अपनी स्वीकृति बनाने के लिए लगातार हरीश रावत से भी संपर्क में थे। अपनी पुरानी गलतियों को लेकर वे यहां तक कह चुके थे कि वह हरीश रावत से 100 बार माफी मांगने को तैयार है बावजूद इसके कांग्रेस में उनकी दाल गलती हुई नजर नहीं आ रही थी।
बहराल 2016 में कांग्रेस से बगावत करने के बाद भाजपा में गए हरक सिंह रावत एक बार पुनः कांग्रेस में लौट आए हैं अब देखना यह है की पार्टी कार्यकर्ता उन्हें कितना स्वीकार करते हैं।