इंडिया गठबंधन को मिल सकता है YSR Congress का साथ, लोकसभा में चार और राज्यसभा में हैं 11 सांसद

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया गठबंधन के साथ एक-एक कर निर्दलीय सांसद जुड़े और कुनबा धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. अब ताजा राजनीतिक हालात जिस तरफ इशारा कर रहे हैं, उसके मुताबिक इंडिया गठबंधन में एक और बड़ा दल जुड़ने के लिए तैयार होता दिख रहा है. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन किया. उनका आरोप है कि हाल ही में राज्य की सत्ता में आसीन होने वाली तेलुगु देशम पार्टी की सरकार ने उनकी पार्टी के खिलाफ हिंसक रुख अपना लिया है।

मजबूत हो जाएगा इंडिया का कुनबा
जगन मोहन रेड्डी के इस प्रदर्शन को इंडिया गठबंधन के कई दिग्गजों का साथ मिला. बुधवार को रेड्डी के प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी शामिल हुए और उन्होंने अपना समर्थन वाईएसआर कांग्रेस के इस प्रदर्शन को दिया. यहीं से ये चर्चा भी राजनीतिक गलियारों में छिड़ गई कि वाईएसआर कांग्रेस भी इंडिया खेमे के साथ जुड़ सकती है. अगर ये चर्चा हकीकत में बदल जाती है तो इंडिया गठबंधन का कुनबा संसद में और भी मजबूत हो जाएगा. वाईएसआर कांग्रेस के लोकसभा में चार सांसद हैं. इनके साथ आने में लोकसभा में भले ही इंडिया गठबंधन को वो मजबूती न मिल पाए, लेकिन राज्यसभा में पार्टी के 11 सांसद हैं, जो बहुत बड़ा नंबर है. 11 राज्यसभा सांसद अगर साथ में आए तो इंडिया गठबंधन संसद के उच्च सदन में काफी मजबूत स्थिति में आ जाएगा।

राज्यसभा में बदल जाएगा गणित

राज्यसभा में कुल 245 सीट हैं, लेकिन 19 सीटें खाली होने के चलते संसद को उच्च सदन की कुल स्ट्रैंथ फिलहाल 226 है. ऐसे में राज्यसभा में संसद का जादूई आंकड़ा 113 हो जाता है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक राज्यसभा में फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन बहुमत के आंकड़े से 13 सीट कम है. राज्यसभा में बीजेपी के पास 86 सीट हैं और एनडीए के कुल सांसद 101 हैं. वहीं विपक्षी इंडिया गठबंधन के पास राज्यसभा में 87 सांसद हैं. इनमें से 26 कांग्रेस और 13 तृणमूल कांग्रेस के हैं. आम आदमी पार्टी और डीएमके के राज्यसभा में 10-10 सांसद हैं. ऐसे में अगर वाईएसआर कांग्रेस भी इंडिया गठबंधन में शामिल हो जाए तो विपक्षी गठबंधन के सांसदों की संख्या कुल 98 तक पहुंच जाएगी. यानी मोदी सरकार के लिए राज्यसभा में कोई भी बिल पास करना बेहद मुश्किल हो सकता है. हालांकि फिलहाल जगन मोहन रेड्डी ने इंडिया गठबंधन में शामिल होने को लेकर कुछ कहा नहीं है।