देहरादून। उत्तराखंड विजिलेंस की टीम ने एक घूसखोर डाक्टर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। डॉक्टर पशुपालन विभाग उत्तरकाशी के बड़कोट में तैनात है। विजिलेंस की टीम आरोपी डॉक्टर से पूछताछ करने में जुट गई है। विजिलेंस टीम ने आरोपी डॉक्टर को बकरी लोन की सब्सिडी (अनुदान) की राशि रिलीज कराने के एवज में 8 हजार रिश्वत ली है। विजिलेंस द्वारा आरोपी को देहरादून लाया गया।
एक शिकायकर्ता द्वारा भ्रष्टाचार की रोकथाम हेतु 12 जनवरी को हैल्प लाईन न0 1064 पर शिकायत दर्ज कराने के उपरान्त दिनांक 13 जनवरी को अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर, देहरादून कार्यालय में आकर एक शिकायती पत्र भी दिया गया, जिसमें उल्लेख किया गया है कि अनुसूचित जाति / जनजाति की बी0पी0एल0 महिलाओं के लिये बकरी पालन योजना में मिलने वाले सरकारी अंशदान का चैक देने के ऐवज में पशुपालन विभाग नौगांव में नियुक्त पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.मोनिका गोयल द्वारा 8,000 /- रू. रिश्वत की मांग की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर, देहरादून रेनू लोहानी द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र में अंकित आरोपो पर संज्ञान लेते हुये गोपनीय रूप से जाँच कराई। जांच के बाद शिकायती पत्र में लगाये गये आरोप प्रथम दृष्टया सही पाये गये। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एक ट्रैप टीम का गठन किया गया। ट्रैप टीम द्वारा अभियुक्त डाँ.मोनिका गोयल, पशु चिकित्साधिकारी डाम्टा बडंकोट/ अतिरिक्त प्रभार नौगाँव जनपद उत्तरकाशी निवासी सरकारी आवास ब्लाँक परिसर जनपद उत्तरकाशी,को बुधवार 18 जनवरी को पशु चिकित्सालय नौगाँव से शिकायतकर्ता से 8000/ रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। डा.मोनिका गोयल वर्ष 2011 से वर्तमान तक पशु चिकित्साधिकारी पद पर जनपद उत्तरकाशी में नियुक्त है। थाना सर्तकता अधिष्ठान, सैक्टर देहरादून में आरोपी के विरूद्व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित 2018) का अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है। ट्रैप टीम के उत्साह वर्धन हेतु निदेशक सतर्कता द्वारा नगद पारितोषिक से पुरस्कृत किये जाने की घोषणा की गई है।