देहरादून। उत्तराखंड में तमाम जीत के दांवों के बाद कांग्रेस को करारी हार मिली है। चुनाव में हार के बाद इस्तीफे का दौर शुरू हो गया है। हार के बाद कांग्रेस नेता दीपिका पांडे सिंह ने रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय सचिव, सह-प्रभारी के पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि में अपने उत्तराखंड की सह-प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव के पद से इस्तीफा दे रही हूं। इस्तीफे की जानकारी दीपिका ने ट्वीट कर दी है। जिससे सियासी गलियारों में हड़ंकप मच गया है। पांडे के इस्तीफे के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों के ऊपर भी नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार दीपिका पांडे सिंह ने रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय सचिव, सह-प्रभारी के पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि दीपिका झारखंड के महागामा विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने इस्तीफा देने की जानकारी देते हुए ट्वीट करते हुए कहा कि पार्टी की सेवा करने का अवसर देने के लिए कांग्रेस आलाकमान का आभार। उन्होंने आभार जताते हुए लिखा कि राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं नेतृत्व को धन्यवाद देती हूं।
गौरतलब है कि देश में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस उत्तराखंड में सत्ता वापसी की उम्मीद कर रही थी लेकिन केवल 19 सीटें जीतने में सफल रही। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 47 सीटों के साथ राज्य में लगातार दूसरी बार सरकार का गठन करने जा रही है। उत्तराखंड में बीजेपी का मत प्रतिशत सबसे अधिक रहा। इस चुनाव में उसे 44.33 प्रतिशत वोट हासिल हुए, जबकि कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही। कांग्रेस को 37.91 प्रतिशत वोट मिले।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने भी दिया इस्तीफा
पंजाब में भी मिली करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी जहां दोनों विधानसभा सीटों से चुनाव हार गए वही सिद्धू भी अपनी सीट नही बचा सके। पार्टी की करारी हार होने पर नवजोत सिंह सिद्धू ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। सिद्धू को पार्टी की हार के साथ ही अपनी विधानसभा सीट से भी पराजय झेलनी पड़ी है। गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री बनने की अपनी अति महत्वाकांक्षा के चलते कांग्रेस को भी लगातार अपने बयानों के चलते असहज करते आ रहे थे। जिसको हार का हम कारण माना जा रहा है।