जमीन के फर्जी कागज़ दिखा 80 लाख की ठगी, आठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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देहरादून। राजधानी देहरादून में जमीन धोखाधड़ी का एक और मामला सामने आया है जहां पहले से बिक चुकी एक प्रॉपर्टी का सौदा कर कुछ लोगों ने एक कंपनी से 80 लाख रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। असलियत सामने आने पर आरोपितों ने रकम लौटाने से इन्कार करते हुए पीड़ितों को जान से मारने की धमकी दी। शिकायत पर पुलिस ने आठ आरोपितों को नामजद करते हुए जांच शुरू कर दी है।

मामले में मेसर्स ब्रह्मावर्त स्नोडेन एस्टेट्स प्राईवेट लिमिटेड, मेसर्स ब्रह्मावर्त लम्बी देहर एस्टेट्स प्राईवेट लिमिटेड, मेसर्स ब्रह्मावर्त होटल्स प्राईवेट लिमिटेड के अधिकृत प्रतिनिधि एवं निदेशक अमल जैन ने पुलिस को बताया कि कम्पनीज के निदेशक मनोज सिंह अपने एक मित्र के साथ मार्च 2019 में दिल्ली में ताज होटल में मीटिंग करने गए। वहां उनकी मुलाकात ओम प्रकाश रघुवंशी निवासी नई दिल्ली से हुई। जिसने बताया कि उन्होंने मौजा हाथीपांव स्नोडोन एस्टेट मसूरी स्थित सम्पत्ति का इकरारनामा उसके सहस्वामियों से वर्ष 2017 में किया है। उस जमीन का एग्रीमेन्ट संजय गरोला ने दिखाया जो कि ओम प्रकाश रघुवंशी के नाम पर था। ओम प्रकाश रघुवंशी व उसके साथी संजय गरोला, आलोक सिंह व अन्य लोग कंपनी के निदेशक को अप्रैल 2019 में अपने साथ ले गए और सम्पत्ति का सौदा किया।

उन्होंने अनीता रानी, अंकित मोहन अग्रवाल, श्रेय मोहन और कबीर मोहन अग्रवाल को संपत्ति का स्वामी बताया और जमीन के स्वामित्व सम्बन्धी रिकार्ड दिखाए। जमीन का सौदा 7,07,43,653 रुपए में तय हुआ। बयाने के तौर पर एक करोड रुपए का भुगतान कम्पनी ने भूस्वामियों के खातों में किया। 18 अगस्त 2020 को पंजीकृत इकरारनामा किया गया। परन्तु आरोपितों ने उन्हें जान-बूझकर फर्जी दस्तावेज बनाकर दिए। सीमांकन और स्वामित्व के कागजाद मांगे गए तो आरोपित लगातार टाल-मटोल करने लगे।

जानकारी करने पर पता चला कि आरोपितों की पूरी जानकारी में उनके पूर्वजों ने उस सम्पत्ति को पहले ही बेच दिया था और बकाया जमीन टूरिज्म विभाग के पास चली गई। अपनी रकम वापस मांगने पर आरोपितों ने कुछ रकम वापस की, परन्तु बाकी रकम वापस करने से इनकार करते हुए उन्हें बर्बाद करने की धमकी दी। कंपनी के निदेशक की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी है।