नैनीताल में पुलिसकर्मी से धक्का मुक्की करने वालों के खिलाफ SSP सख्त, 30 के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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नैनीताल/ देहरादून। नैनीताल में नाबालिग से दुष्कर्म मामले में नैनीताल पुलिस ने पुलिसकर्मी के साथ अभद्रता, धक्का मुक्की समेत गाड़ी पड़ाव क्षेत्र में प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

देखें, उपद्रवियों द्वारा पुलिसकर्मी से की गई अभद्रता का वीडियो

पुलिस ने 30 अप्रैल की रात कोतवाली समेत अन्य वीडियो फुटेज के आधार पर लोगों की पहचान करनी शुरू कर दी है। नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म के बाद शहर का माहौल खराब हो गया था। घटना से नाराज़ स्थानीय व हिंदूवादी संगठन के लोगों ने ने मल्लीताल कोतवाली का घेराव किया था। देर रात आक्रोषित भीड़ ने गाड़ी पड़ाव क्षेत्र में दुकानों में तोड़फोड़ और मारपीट की। उसी दौरान पुलिसकर्मी द्वारा भीड़ नियंत्रण के दौरान तोड़फोड़ कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया गया, भीड़ ने इसका विरोध किया और पुलिसकर्मी के साथ कोतवाली में धक्का मुक्की की। उस दौरान बनाए गए कई वीडियो भी सोशियल मीडिया में वायरल हुए। अब नैनीताल पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए 30 अज्ञातों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है, साथ ही तोड़फोड़ वाले वीडियो को भी खंगाला जा रहा है और उपद्रवियों कि पहचान की जा रही है।

नैनीताल में एक 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद शहर में गुस्सा और आक्रोश फैल गया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मल्लीताल थाने के बाहर उग्र प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो में क्या दिख रहा है?
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि: कुछ प्रदर्शनकारी एक पुलिसकर्मी के साथ हाथापाई कर रहे हैं। भीड़ ने पुलिसकर्मी का गिरेबान पकड़कर उसकी वर्दी फाड़ने की कोशिश की।

इस दौरान पुलिसकर्मी किसी तरह खुद को छुड़ाकर भीड़ से बाहर निकलने में सफल हुआ, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उसे फिर से खींचकर भीड़ में ले जाने की कोशिश की। मौके पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे सुरक्षित निकाल लिया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए और स्थिति पर काबू पाने की कोशिश की। वहीं अब वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस द्वारा इस घटना में शामिल सभी लोगों का चिन्हीकरण और पहचान की जा रही है।

होटल खाली, एडवांस बुकिंग कैंसिल, मॉलरोड खाली, होटल एसोसिएशन ने प्रशासन से की यह मांग

नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल में नाबालिग के साथ दुष्कर्म से उपजे तनाव का नकारात्मक असर होटल और पर्यटन से जुड़े व्यापारियों में देखने को मिल रहा है। नैनीताल के होटल खाली हैं और एडवांस बुकिंग भी कैंसिल हो रही है। अब होटल एसोसिएशन प्रशासन से व्यवस्थाओं को पटरी में लाने की मांग कर रहा है।

नैनीताल में 30 अप्रैल की रात धरना प्रदर्शन, दुकानों में तोड़फोड़ की घटना के बाद से तनाव का माहौल था। नैनीताल में 12 वर्षीय नाबालिग के साथ व दुराचार की घटना ने नैनीताल की शांत वादियों में ज़हर घोलने का काम किया।

वहीं 1 मई को सम्पूर्ण व्यापार मंडल के बन्द के बाद पर्यटकों ने भी नैनीताल छोड़ना शुरू किया। आजकल नैनीताल में गिने चुने पर्यटक ही है। नगर की प्रसिद्ध मॉलरोड खाली पड़ी है। नैनीझील में भी एक्का दुक्का बोटिंग हो रही है। जबकि आम दिनों नैनीताल में वीकेंड के दिन भारी भीड़ देखने को मिलती थी। एक तरफ पर्यटको में डर और दूसरी तरफ पुलिस द्वारा पर्यटको को बिना चेकिंग के नगर में एंट्री नही देना ये भी पर्यटन को चौपट कर रही है, जिससे पर्यटक नैनीताल के आसपास के क्षेत्रों (मुक्तेश्वर, रामगढ़, पंगोट) का रुख कर रहे है।

वहीं नगर में लॉ एंड आर्डर बनाने के लिए और स्थानीय और पर्यटको को सुरक्षित रखने के लिए प्रशासन और पुलिस ने फ्लैग मार्च भी निकाला।

कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने पर्यटको से भी अपील की है। कहा कि नैनीताल में स्थित सामान्य है और नैनीताल व इसके आसपास के सभी पर्यटन स्थल पूरी तरह शांतिपूर्ण और सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि शहर में कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है, और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। क्षेत्र में शांति व्यवस्था को बहाल करने में प्रशासन, स्थानीय नागरिकों और सुरक्षाबलों की अहम भूमिका रही है। आयुक्त ने पर्यटकों से अपील की है कि वे बिना किसी चिंता के नैनीताल, कैंचीधाम, रामगढ़, मुक्तेश्वर, भीमताल जैसे पर्यटन स्थलों की यात्रा करें और सोशल मीडिया पर प्रसारित किसी भी प्रकार की भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान न दें।