फर्जी दस्तावेज बनाकर फ्लैट कब्जाए, साधु समेत दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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अस्तित्व टाइम्स

देहरादून। शासन प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद प्रदेश में जमीन मकान फर्जीवाड़े के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हरिद्वार जिले में एक बुजुर्ग के चार फ्लैट कब्जाने का ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां एक साधू द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर बुजुर्ग के फ्लैट आगे बेच दिए गए। बुजुर्ग के पुत्र एयरफोर्स विंग कमांडर बताया कि उनके पिता सरदार करतार सिंह ने वर्ष 2000 में कनखल में गायत्री लोक अपार्टमेंट में चार फ्लैट खरीदे थे। बताया कि फ्लैटों में वर्तमान में एक व्यक्ति ने यहां कब्जा कर लिया। सेवानिवृत्त विंग कमांडर की तहरीर पर पुलिस ने एक संत सहित दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनाने सहित प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

पुलिस के अनुसार, मनमोहन सिंह पेंटल पुत्र स्व. सरदार सिंह पेंटल निवासी रामबाग सोसाइटी मकरपुरा रोड थाना मकरपुरा जिला बड़ोदरा गुजरात ने शिकायत दी। बताया कि वह एयरफोर्स विंग कमांडर के पद से सेवानिवृत्त हैं। बताया कि उनके पिता सरदार करतार सिंह ने वर्ष 2000 में कनखल में गायत्री लोक अपार्टमेंट में चार फ्लैट खरीदे थे। पांच नवंबर 2003 को उनके पिता की दिल्ली में मौत हो गई थी। इसके बाद वह गायत्री लोक अपार्टमेंन्ट कनखल आए थे। यहां अपने पिता के चारों फ्लैटों में ताला लगा दिया था। इसकी चाबी आज भी उनके पास है। बीच में कई बार यहां आते रहे।

आरोप है कि उन्हें जानकारी मिली कि फ्लैटों में वर्तमान में किसी महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने कब्जा कर लिया। उसने फ्लैटों को अपना बताते हुए शरद पुरी शिष्य संतोष पुरी निवासी जगजीतपुर कनखल से खरीदने की बात बता बताई। बताया कि उसके पिता ने फ्लैट किसी शरद पुरी को न तो बेचे थे और न ही दान में दिए थे। फ्लैटों के बिजली के बिल आज भी पिता के नाम पर आ रहे हैं। बीमारी के चलते लंबे समय से वह हरिद्वार नहीं आ पाए थे। आरोप है कि एमके त्रिपाठी व शरद पुरी ने धोखाधड़ी कर चारों फ्लैटों के फर्जी दस्तावेज बनाकर कब्जा कर लिया है। थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल के अनुसार धोखाधड़ी सहित प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।