देहरादून। सीटू से सम्बद्ध बस्ती बचाओ संघर्ष समिति की एक बैठक ड़ी.एल.रोड स्थित अम्बेडकर धर्मशाला में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता बस्ती बचाओ आंदोलन के संयोजक नरेंद्र सिंह ने की बैठक में सीटू के जिला महामंत्री लेखराज ने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार केंद्र की मोदी सरकार की तरह ही मजदूर विरोधी फैसले लिए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि अंधे विकास के नाम पर जहाँ एक तरफ आँधाधुन पेड़ो को काट रही है वही राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के एक आदेश को बहाना बना कर मजदूर बस्तियों को बड़ी ही बेहरहमी से उजाड़ने का काम कर रही है । उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार अब एलिवेटेड रोड के नाम पर फिर बस्तियों पर डोजर चलाने का काम करेंगी उन्होंने कहा कि एलिवेटेड रोड के बनने से लाखों लोग बेघरबार हो जाएंगे इस लिए सरकार के इस फैसले का विरोध किया जाना अति आवश्यक है।
इस अवसर पर सीपीएम के जिला सचिव राजेन्द्र पुरोहित ने कहा कि सरकार को कानून ला कर बस्तियों में रहने वालों को मालिकाना हक दिया जाना चाहिए किन्तु सरकार पूंजीपतियों को भूमि उपलब्ध करवाने के लिए गरीब मजदूरों को उजाड़ना चाहती है इससे इस सरकार का गरी मजदूर विरोधी चेहरा सामने आ गया है। इस अवसर पर भगवंत पायल, रविन्द्र नौढियाल, पंकज सिंह आदि ने विचार व्यक्त किये बैठक में तय किया गया कि 9 अगस्त 2024 को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर गाँधी पार्क में होने वाले संयुक्त ट्रेड यूनियनों व संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा आयोजित धरने में बस्ती वासी शामिल होंगे।
इस अवसर पर बस्ती बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष किरण, पंकज गौतम, महामंत्री श्रीमती प्रेमा, कोषाध्यक्ष सोनू कुमार, सचिव निर्मला देवी,
सदस्य महेंद्र सिंह, प्रीति देवी आदि चुने गए। इस अवसर पर बांटी कुमार सूर्यवंशी, ओमप्रकाश, रेखा देवी, राजो देवी, लायकराम, बिरजू, नौशाद, संतराम अमर सिंह, घनश्याम, चेतन, जब्बार, रतन सिंह सहित बड़ी संख्या में बस्ती वासी उपस्तिथ थे।