कार्यसमिति की बैठक में बड़ा फैसला, चुनाव लड़ा तो छोड़ना होगा पद
बीजेपी कार्यसमिति की आयोजित बैठक की अध्यक्षता बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने की. प्रदेश अध्यक्ष और मुख्य अतिथि के संबोधन के बाद के सत्र को महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने संबोधित किया. कार्यसमिति मे चर्चा के दौरान इस पर सहमति बनी कि पार्टी पदाधिकारी पंचायत चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. चुनाव लड़ेंगे तो पद छोड़ना पड़ेगा. वो संगठन के किसी भी पद पर हो. जिलाध्यक्ष, जिला महामंत्री, प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष और क्षेत्रीय महामंत्री. इसके साथ ही पार्टी ने 19 मार्च से 26 मार्च तक का कार्यक्रम तय किया, जिसमें भाजपाई योगी सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे. उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाएंगे।
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि यूपी में मिली विराट विजय के बाद संगठन और सुगठित हुआ है. पार्टी पंचनिष्ठा के सिद्धांतों पर चलती है. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बताए रास्ते पर पंडित अटल बिहारी वाजपेयी ने रास्ता बनाया. 2014 मे एक चाय बेचने वाला, गरीब तपस्वी प्रधानमंत्री बना. कांग्रेस ने अंबेडकर जी को भूला दिया था, लेकिन मोदीजी ने पंचतीर्थ बनाए. सरदार पटेल के योगदानों को सहेजा।
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जो कर रहे हैं वो बेमिसाल है. काशी आज नये कलेवर मे है. कोरोना काल मे बेहतरीन काम हुआ. मोदी और योगी सरकार के कामों की प्रशंसा विश्व पटल पर हुई. कोरोना काल मे राष्ट्रीय नेतृत्व ने डिजिटल माध्यम से सेवा ही संगठन का कार्यक्रम चलाया. कार्यकर्ताओं ने जान की परवाह किए बिना काम किया।