सांसद के अय्याश बेटे द्वारा थाईलैंड से बुलाई गई लड़की की कोरोना से मौत

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नई दिल्ली। देश में कोरोना की लहर का आतंक जारी है हज़ारों लोग अपनी जान से हाथ धो रहे हैं। चारों और हाहाकर मचा हुआ है ऑक्सीसन से लेकर दवाइयां कम पड़ रही हैं लेकिन कुछ अमीरज़ादों की अय्याशी इसे संकट के वक़्त में भी कम नहीं हों रही है एक तरफ देश इस गंभीर वक़्त से गुज़र रहा है दूसरी तरफ कुछ रईसजादे थाईलैंड से लड़की बुलाकर अय्याशी कर रहे है। जिस लड़की को रईसजादे ने थाईलैंड से भारत बुलाया था उस लड़की की मौत हो गई है।

खबर के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के राज्य सभा सांसद के बेटे ने अपनी अय्याशी के लिए बैंकॉक से कालगर्ल बुला रखी थी। लोग कोरोना काल में पाई-पाई को मोहताज हैं और ये रईसजादा कॉलगर्ल पर लाखों खर्च कर रहा था, लेकिन अय्याशी के सामान कॉलगर्ल को कोरोना हो गया जिससे उसकी मौत हो गई। जिसके बाद मामले ने तूल पकड लिया। चूंकि मामला भाजपा के एक राज्य सभा सांसद से जुड़ा है तो घटना के दो दिन गुजर जाने के बाद भी जनता का पिछवाड़ा लाल करने वाली योगी जी की उत्तर प्रदेश पुलिस सरकार के सामने दहाडऩे की हिम्मत नहीं जुटा पा रही। मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जुड़ा है। आइए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला है क्या?

सांसद संजय सेठ के बेटे ने 7 लाख में बुलाई कॉलगर्ल
हम उत्तर प्रदेश के जिस बड़े व्यापारी और राज्य सभा सांसद की बात कर रहे हैं, उसका नाम संजय सेठ है और ये शालीमार ग्रुुुप के मालिक हैं। राजनीतिक गलियारे में अलग ही हनक रखने वाले इस शख्स के बेटे ने थाईलैंड बैंकॉक से कालगर्ल बुलाने के लिए पूरे 7 लाख रुपये खर्च किए थे। इसके लिए संजय सेठ के बेटे ने राजस्थान के एक ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया था। इसी एजेंट के जरिये कॉलगर्ल थाईलैंड से दिल्ली और फिर लखनऊ पहुंची थी।

लखनऊ पहुंचने के दो दिन बाद ही पॉजिटिव हो गई
लखनऊ पहुंचने के दो दिन बाद ही युवती की तबियत बिगड़ गई। इससे पहले संजय सेठ का बेटा उसे लखनऊ की पॉश कालोनी स्थित अपने घर भी ले गया था। तबियत ज्यादा बिगड़ी तो रईसजादे ने खुद इसकी जानकारी थाईलैंड एंबेसी को दी। एंबेसी के हस्तक्षेप पर 28 अप्रैल को उसे लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसमें कोरोना की पुष्टि हुई और 3 मई को उसकी मौत हो गई। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को खबर की।

रईसजादे के दोस्त और परिवार कोरोना पॉजिटिव
सूत्रों की मानें युवती की मौत के बाद जब मामला खुला तो हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में संजय सेठ, उनके रईसजादे समेत पूरे परिवार का कोरोना टेस्ट कराया गया और सभी पॉजिटिव पाए गए। इतना ही नही रईसजादे के दोस्त भी उक्त युवती के संपर्क में आए थे। पता लगने पर इन दोस्तों का भी टेस्ट कराया गया और वो सभी दोस्त भी पॉजिटिव निकले, जो युवती के संपर्क में आए थे। अब सभी का इलाज चल रहा है और बावजूद इसके कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

संजय सेठ की हनक के आगे योगी की पुलिस भी बेबस
सब कुछ आइने की तरह साफ है, लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश पुलिस के हाथ रईसजादे के गिरेबां तक नहीं पहुंचे हैं और इसकी वजह है रईसजादे के पिता संजय सेठ की राजनीतिक गलियारे में हनक। मौजूदा वक्त में संजय भाजपा के राज्य सभा सांसद हैं और हनक का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि संजय का नामांकन कराने भारतीय जनता पार्टी के बडे बडे दिग्गज पहुंचे थे।

सपा ने ट्वीट की मोदी के साथ फोटो
इस पूरे मामले में अब समाजवादी पार्टी भाजपा पर हमलावर हो चुकी है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आईपी सिंह ने संजय सेठ का एक फोटो ट्वीट किया है। जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुस्कुराते हुए हाथ मिलाते दिखाई पड़ रहे हैं। आईपी सिंह ने लिखा है कि दुनियाभर में चल रही महात्रासदी के बीच थाईलैंड से कॉलगर्ल बुलाई गई, जिसकी अब कोरोना से मौत हो गई। क्या यूपी पुलिस में हिम्मत है कार्यवाही करने की?
या जांच करने की?