हरियाणा में हुई हिंसा का आरोपी बिट्टू बजरंगी गिरफ्तार

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बिट्टू बजरंगी को नूंह पुलिस द्वारा आज फरीदाबाद से ले जाया गया था, जिसको पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं अन्य आरोपियों की तलाश जारी है

नई दिल्ली। हरियाणा के नूंह, गुरुग्राम और अन्य इलाकों में पिछले महीने हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने बजरंग दल के सदस्य और गौरक्षक बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया है. फरीदाबाद से सामने आए सीसीटीवी फुटेज में सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी काफी देर तक उसका पीछा करने के बाद उसे पकड़ते नजर आ रहे हैं। उस पर पर दंगा करने, हिंसा करने, धमकी देने, सरकारी काम में बाधा डालने, सरकारी अधिकारी को ड्यूटी से रोकने और घातक हथियार से नुकसान पहुंचाने का आरोप है।

आरोप है कि उसके और बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू मानेसर के भड़काऊ बयान के कारण हिंसा भड़की थी. कई अन्य मामलों में आरोपी बिट्टू बजरंगी को हिंसा भड़कने के लगभग 20 दिन बाद उसके घर के पास से पकड़ा गया है। 18 घंटे तक चले सांप्रदायिक हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई थी और कम से कम 70 लोग घायल हुए थे. ये नूंह से लेकर गुरुग्राम और 40 किमी दूर बादशाहपुर तक फैल गया था.
बिट्टू बजरंगी उर्फ ​​राज कुमार, फ़रीदाबाद के ग़ाज़ीपुर बाज़ार और डबुआ मंडी में फल और सब्जियों का व्यापारी है. 45 वर्षीय बजरंग दल का ये सदस्य पिछले तीन सालों से एक गौरक्षक समूह चला रहा है. पिछले एक महीने में ही उसपर धार्मिक भावनाएं भड़काने के तीन मामले दर्ज किए गए हैं. नूंह हिंसा के बाद फरीदाबाद में गोरक्षा बजरंग फोर्स प्रमुख के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

विश्व हिंदू परिषद के जुलूस के दौरान हिंसा कैसे शुरू हुई?
इस पर नूंह से विधायक चौधरी आफताब ने कहा, ‘लोग पहले से ही मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी के बयानों से नाराज थे और अफवाह फैल गई कि मोनू मानेसर आया है. तो हिंसा शुरू हुई.”

पुलिस ने बताया कि बिट्टू बजरंगी को नूंह पुलिस द्वारा आज फरीदाबाद से ले जाया गया था, जिसको पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. पुलिस के पास उपलब्ध वीडियो से बिट्टू बजरंगी के साथियों को पहचान कर चिन्हित किया जा रहा है. इस वारदात में बिट्टू बजरंगी के साथ जो अन्य लोग थे, उनको भी गिरफ्तार किया जाएग. जो पुलिस के कार्य में बाधा डालेगा, उसे बक्शा नहीं जाएगा।

फरीदाबाद पुलिस ने कहा कि साइबर पुलिस द्वारा इस मामले में सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है. किसी भी प्रकार का भड़काऊ भाषण या भ्रामक खबर फैलाने वालों के खिलाफ भी पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी. किसी भी जाति/धर्म/वर्ग का कोई व्यक्ति यदि भड़काऊ भाषण या सोशल मीडिया पर पोस्ट डालेगा, तो उसके खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा।