देहरादून। कांग्रेस की ओर से देशभर में वोट चोरी को लेकर चल रहे अभियान के क्रम में सोमवार को कैंट विधानसभा के अंतर्गत कांग्रेसियों ने जीएमएस रोड स्थित एक वेंडिंग प्वाइंट में हस्ताक्षर अभियान चलाया। इस मौके पर वोट चोरी पर सुझाव लिए और उनका फीडबैक भी लिया।
कांग्रेस प्रदेश महासचिव वीरेंद्र पोखरियाल की अगुवाई में यहां कार्यकम हुआ। इस मौके पर वीरेंद्र पोखरियाल ने कहा कि पूरे देश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ पार्टी वोट चोरी को लेकर अभियान चला रही है। कांग्रेस निष्पक्ष चुनाव की मांग करती रही है। वोटर लिस्ट पारदर्शी हो। वोटर को अपना मत देने के लिए पूरा अधिकार हो। कांग्रेस का कहना है कि सिस्टम ऐसा हो कि चुनावों में सरकारी मशीनरी निष्पक्ष चुनाव को अंजाम दे सके।
वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवान ने वोट चोरी पर कहा कि चुनाव आयोग और केंद्र सरकार को इस मामले को देखना चाहिए। सरकार से मांग है कि जनता की वोटर लिस्ट में खामियां ना हो।
पूर्व विधायक जोत सिंह गुंसोला ने वोटर लिस्ट पर सवाल उठाया और कहा कि देखा गया है कि चुनावों में तमाम लोगों के नाम वोटर लिस्ट में नहीं होते है, इससे मतदाता को निराश होकर जाना पड़ता है। पूर्व विधायक राजकुमार, कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष और कांग्रेस नेता संजय शर्मा ने भी वोट चोरी पर सरकार को घेरा और सवाल खड़े लिए। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सिस्टम पारदर्शी होना चाहिए। कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं ने कार्यकर्ताओं और जनता के सुझाव लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया। करीब 250 से अधिक लोगों के हस्ताक्षर लिए गए।
इस मौके पर पार्षद मोनिका चौधरी, पार्षद वीरेंद्र बिष्ट, पार्षद अमित भंडारी, पार्षद सुमेंद्र सुशांत सिंह बोहरा, पार्षद आशीष कुमार, पूर्व पार्षद हरि भट्ट, पूर्व पार्षद नीनू सहगल, पूर्व पार्षद चरण जीत कौशल, पूर्व पार्षद रमेश कुमार मंगू, पूर्व पार्षद जगदीश धीमान, महेंद्र प्रताप सिंह नेगी गुरू जी, महिपाल शाह, ओमप्रकाश सती, एडवोकेट देवेश उनियाल, सुरेंद्र, दीपक मधवाल, मानवेंद्र सिंह, अनिल बस्नेत, प्रिय थापा, राजीव थापा, अजय सूद, हितेश सिंह, सुरेन्द्र रागड, दीप वोहरा, आशीष देसाई, सुमित खन्ना, कृतिक बिरला, कैलाश वाल्मीकि, विनीत डोभाल, एडवोकेट विनीत सिंह, नितिन रावत, संजय थापा, मोहित मेहता, सिद्धार्थ पोखरियाल, संजय काला, मुकेश शर्मा, सुबोध वर्मा, देवेंद्र सिंह, नानक चंद, नसीम राव, धर्म सोनकर, चन्दन सिंह नेगी, विपुल नौटियाल, जगदीश राणा, अमन सिंह, प्रशांत खंडूरी, निधि नेगी, आशीष उनियाल, सुलेमान अली, मोहन काला, हितेश क्षेत्री, पियूष जोशी, गोतम सोनकर, मनीष गुनियाल, हितेश जोशी, सुरेश कुमार, नीरज पाल, राजीव चौधरी, रिपू दमन सिंह, गगन थापर, सुमित अग्रवाल, प्रताप असवाल, डाॅ आर. एस. त्यागी, क्षितिज फरासी, गुरनेन सिंह, इंद्र भूषण बडोनी, अरुण बलोनी, गगन गर्ग, निखिलेश यादव, हरीश अहूजा, नीरज पांडेय, रणवीर सिंह, सूर्य प्रकाश, दिनेश नौटियाल, राजीव गोस्वामी, मोहन पांडेय, संजय वर्मा, विकास वालिया, रमेश रमोलाआदि मौजूद रहे।
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में अभी एक साल से अधिक का समय बाकी है, लेकिन राजनीतिक हलचलें तेज़ होने लगी है। चुनावी माहौल खासतौर पर राजधानी देहरादून की धरमपुर विधानसभा सीट पर गर्म होने लगा है, जहां कांग्रेस में दावेदारों की लंबी कतार दिखाई दे रही है। त्योहारों के मौसम में कई दावेदारों ने सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ा दी है और बैनर-होर्डिंग के माध्यम से जनता को शुभकामनाएं देकर अपने राजनीतिक इरादे स्पष्ट कर दिए हैं।
कांग्रेस में दावेदारी की लंबी लिस्ट
धरमपुर सीट से कांग्रेस के अंदर कई सारे नामों की चर्चा है। प्रमुख रूप से जिन नामों की चर्चा सबसे अधिक है, उनमें —
पूर्व दायित्वधारी पूरण सिंह रावत
पूरण सिंह रावत हरीश रावत सरकार में दायित्वधारी रह चुके हैं। अभी प्रदेश कांग्रेस में उपाध्यक्ष हैं और वह टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।
पूर्व दायित्वधारी ओम प्रकाश सती बब्बन
बब्बन पूर्व में डीएवी कॉलेज के अध्यक्ष रह चुके हैं। युवाओं में आज भी उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है। इसके अलावा हरीश रावत सरकार में दायित्वधारी रह चुके हैं।
पूर्व दायित्वधारी याकूब सिद्दीकी
पार्टी के प्रदेश सचिव एवं पूर्व पार्षद रमेश कुमार मंगू,
पूर्व प्रधान एवं पार्षद हरिप्रसाद भट्ट,
PCC सदस्य सुरेन्द्र रांगड़
रांगड पूर्व में कांग्रेस प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी निभा चुके हैं और वर्तमान में प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य हैं।
हाजी सुलेमान अंसारी
हाजी सुलेमान अंसारी मेहुवाला के प्रधान रह चुके हैं, वर्तमान उनके भतीजे शहजाद की पत्नी नगर निगम में पार्षद हैं। इसके अलावा अंसारी पार्टी में प्रदेश सचिव रह चुके हैं। उनकी छवि पूरे क्षेत्र में एक ईमानदार एवं निष्पक्ष व्यक्ति की मानी जाती है।
युवा कांग्रेस नेता संदीप चमोली,
महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला,
ज्योति रौतेला वर्ष 2012 में लैंसडौन विधानसभा से चुनाव लड़ चुकी हैं और अब अब धरमपुर विधानसभा सीट से दावेदारी जता रही हैं। हालांकि स्थानीय नेता किसी स्थानीय को ही टिकट की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता वैभव वालिया,
वालिया कांग्रेस राष्ट्रीय संचार विभाग से जुड़े हैं और दिल्ली में रहकर संगठन के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वालिया वर्ष 2022 में कैंट विधानसभा से दावेदारी कर चुके हैं। परंतु वहां सूर्यकांत धस्माना की मजबूत दावेदारी के चलते इस बार धरमपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
इसके साथ ही संभावित प्रत्याशियों के रूप में पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र का नाम भी शामिल है।
इन सभी नामों में से कई नेता न केवल संगठन के भीतर सक्रिय हैं, बल्कि जमीनी स्तर पर अपने-अपने क्षेत्रों में संपर्क अभियान चला रहे हैं। धरातल पर देखा जाए तो स्थानीय दावेदारों में रमेश कुमार मंगू पिछले 25 वर्षों से स्थानीय राजनीति में सक्रिय है तथा 15 सालों से जनप्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहा है। उनकी पत्नी कुसुम वर्मा पहले भारूवाला ग्रांट से प्रधान रह चुकी हैं और वर्तमान में वार्ड नंबर 78 (टर्नर रोड) से नगर निगम की पार्षद हैं।
स्वयं रमेश कुमार मंगू भी इसी वार्ड से पिछली बार पार्षद रह चुके हैं। मंगू परिवार पूरे क्षेत्र में आयोजित होने वाले सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेते दिखाई देता है
हरिप्रसाद भट्ट भी मजबूत दावेदार
दूसरे प्रमुख स्थानीय दावेदार के रूप में हरिप्रसाद भट्ट का नाम सामने आ रहा है।
भट्ट पहले सेवला खुर्द के प्रधान रह चुके हैं और बाद में पिथूवाला वार्ड से पार्षद के रूप में कार्य कर चुके हैं। उनकी संगठन में पकड़ और क्षेत्रीय पहचान उन्हें इस दौड़ में आगे बनाए हुए है।
कांग्रेस के लिए चुनौती और अवसर दोनों
धरमपुर विधानसभा सीट कांग्रेस के लिए चुनौती और अवसर दोनों हैं। जहां एक ओर दावेदारों के बीच टिकट को लेकर घमासान तय माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर यह भी स्पष्ट है कि पार्टी के पास मजबूत और अनुभवी स्थानीय चेहरे मौजूद हैं। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि टिकट का फैसला स्थानीय जनाधार, संगठनात्मक निष्ठा और शीर्ष नेतृत्व की पसंद पर निर्भर करेगा। फिलहाल, धरमपुर में कांग्रेस के दावेदारों ने प्रारंभिक चुनावी अभियान छेड़ दिया है।