हालांकि भाजपा के सहयोग से कल ही रामजीलाल गौतम को बनवाया है राज्यसभा सदस्य
लखनऊ। बीजेपी को समर्थन देने वाले बयान के बाद अल्पसंख्यक समाज के पार्टी से दूरी बनाने के डर से बैकफुट आई बसपा सुप्रीमो मायावती ने अब यूटर्न ले लिया है और उन्होंने कहा कि बीएसपी सांप्रदायिक, जातिवादी और पूंजीवादी विचारधारा रखने वालों के साथ कभी गठबंधन नहीं कर सकती है।
उन्होंने कहा कि वह राजनीति से संन्यास ले सकती हैं लेकिन ऐसी पार्टियों के साथ नहीं जाएंगी। उन्होंने दावा किया कि वह सांप्रदायिक, जातिवादी और पूंजीवादी विचारधारा रखने वालों के साथ सभी मोर्चों पर लड़़ेंगी और किसी के सामने झुकेंगी नहीं।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की सात सीटों पर आज हो रहे मतदान से एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मुस्लिम मतदाताओं के पार्टी से खिसकने के डर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ मिले होने के आरोपों पर सफाई दी।
मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी की विचारधारा के विपरीत है और भविष्य मे विधानसभा या लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ कभी गठबंधन नहीं करेगी।