भारतीय जनता पार्टी ने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन कर सभी को ना सिर्फ चौंका दिया है, बल्कि मेयर की गणित भी बिगाड़ दी है। 150 सीटों वाले इस चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। मेयर बनाने कि किसी दो पार्टी को साथ आना ही होगा। इस बात की कयासबाजी तेज हो गई है कि चुनाव में सबसी बड़ी पार्टी बनकर उभरी टीआरएस और तीसरे नंबर पर रही असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM मेयर बनाने के लिए गठबंधन कर सकती है। हालांकि बीजेपी दोनों पर परोक्ष रूप से एक-दूसरे की मदद करने का आरोप लगाती रही है।
भाजपा को 48 वार्ड और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को 44 वार्डों में जीत हासिल हुई। कांग्रेस सिर्फ दो वार्डों में जीत दर्ज कर सकी। इस बार किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। 150 वार्डों वाले ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम में बहुमत का आंकड़ा 75 है। एक दिसंबर को हुए चुनाव में 74.67 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से केवल 34.50 लाख (46.55 प्रतिशत) मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।