राजस्व विभाग की एसआईटी ने दो आरोपियों पर दर्ज कराया केस, इस क्षेत्र में रजिस्ट्री घपले में पिछले दिनों दर्ज हो चुके हैं कई मामले
देहरादून। राजधानी देहरादून में भूमाफियाओं द्वारा खुर्दबुर्द की गई जमीनों के मामले लगातार खुलते जा रहे हैं। जिससे इन ज़मीनों पर अपनी जीवनभर की पूंजी लगाकर घर बनाकर रहने वाले लोगों की दुविधा बढ़ना भी तय माना जा रहा है। ताज़ा मामला राजधानी के आमवाला तरला से सामने आया है। जहां कई जमीनें फर्जी तरीके से बेचे जाने का खुलासा हुआ है। राजस्व विभाग की एसआईटी ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
एसआईटी की जांच में पता चला है कि आमवाला तरला परवादून की लगभग 1.88 एकड़ जमीन फर्जी तरीके से बेची गई। 1996 में रतनलाल, विजय कुमार और संतोष कुमार पुत्र शिवराम की जमीन एकाया एस्टेट चंडीगढ़ एक्सटेंशन को बेची गई। विक्रय पत्र में एकाया एस्टेट की तरफ से संजय घई निवासी इंदिरानगर कॉलोनी को पावर ऑफ अटॉर्नी दी गई, जो सिर्फ जमीन की देखभाल के लिए की गई थी।
रायपुर थानाध्यक्ष प्रदीप नेगी ने बताया कि इस मामले में संजय घई निवासी इंदिरानगर कॉलोनी और संजय कुमार वासुदेव निवासी रायपुर रोड के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एसआईटी में स्टाम्प एवं निबंधन विभाग के नामित अधिकारी अरुण प्रताप सिंह की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है।