कांग्रेस भाजपा विधायक की नाराज़गी को केदारनाथ उपचुनाव में बनाने लगी थी मुद्दा
नौ नवंबर को सम्मानजनक सीट नहीं मिलने पर विधायक चमोली को आ गया था गुस्सा
देहरादून। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के बाद धर्मपुर से भाजपा विधायक विनोद चमेली तेवर नरम पड़ गए। राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में उचित सम्मान नहीं मिलने व प्रोटोकाल का पालन नहीं होने पर गुस्साए भाजपा विधायक विनोद चमोली ने सीएम धामी से भी अपनी बात कही। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जन प्रतिनिधियों को प्रदान किए जाने वाले प्रोटोकॉल के संबंध में एसओपी जारी करने के लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिए।


शुक्रवार को विधायक चमोली ने विभिन्न समसामयिक विषयों पर चर्चा करते हुए सरकारी कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की गरिमा के अनुकूल आमंत्रित करने, बैठने के क्रम की व्यवस्था सहित प्रोटोकॉल के संबंध में एसओपी जारी किए जाने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया।
गौरतलब है कि विधायक चमोली ने पुलिस लाइन में आयोजित रैतिक परेड में प्रोटोकाल का पालन नहीं होने पर कार्यक्रम का बहिष्कार कर सनसनी मचा दी थी। नौ नवंबर को हुए घटनाक्रम के बाद विधायक चमोली ने गुरुवार को बयान जारी कर सरकारी कार्यक्रमों के बहिष्कार का ऐलान कर अपनी ही सरकार को सकते में डाल दिया। चमोली ने अधिकारियों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों के प्रोटोकाल के सम्बंध में एसओपी जारी होनी चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने केदारनाथ उपचुनाव में इस मुद्दे को हवा देनी शुरू कर दी थी। जिसको भांपते हुए मुख्यमंत्री ने तुरंत भाजपा विधायक से मुलाकात कर मामले को खत्म कर दिया।
केदारनाथ उपचुनाव की गर्मी के बीच अपनी ही पार्टी के विधायक की नाराज़गी को कांग्रेस पार्टी द्वारा मुद्दा बनाए जाने पर सीएम ने तत्काल पहल करते हुए उचित कदम उठाने का भरोसा दिया।

