.अंतारा ने आज देहरादून में 2 नई बिजनेस लाइन्स दृ केयर होम्स और केयर एट होम सर्विसेज की शुरूआत के साथ अपनी ‘असिस्टेड केयर सर्विसेज’ के विस्तार की घोषणा की।
.अंतारा केयर एट होम घर पर नर्सिंग देखभाल, परिचारक, चिकित्सा जांच उपलब्ध करायेगी
.अंतारा केयर होम्स लम्बी और छोटी अवधि के लिए वरिष्ठों को विशेष सहायता वाले कमरे उपलब्ध करायेगी
देहरादून। अंतारा ने आज ‘केयर होम्स और केयर एट होम’ की शुरूआत के साथ देहरादून में असिस्टेड केयर सर्विसेज के विस्तार की घोषणा की। अंतारा ने 2017 में देहरादून में वरिष्ठ नागरिकों के लिए अपने पहले आवास की शुरूआत की थी। दिल्ली-एनसीआर में इन नए व्यवसायों की लॉंचिंग के बाद देहरादून को चुना गया है। वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल जरूरतों के लिए शहर में अंतारा की सभी एकीकृत सेवायें उपलब्ध होंगी।
अंतारा की योजना, अगले 3-4 वर्षों में चुनींदा भारतीय शहरों में, 30-35 केयर होम्स बनाने की है, जिसमें मेमोरी केयर होम्स बनाना भी शामिल हैं।
वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल एवं आवश्यकताओं के लिए एक एकीकृत सेवा प्रदाता बनने की दिशा में अंतारा की यह अनूठी पहल है। वे देहरादून और उसके आसपास रहने वाले 55 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठों की आवश्यकताओं को पूरा करेगी, जिन्हें चिकित्सा या उम्र से संबंधित मुद्दों के कारण अपने दैनिक जीवन में अधिक गहन सहायता की आवश्यकता होती है। अंतारा को दिल्ली-एनसीआर में इन सेवाआ के लिए उत्साह जनक प्रतिक्रिया मिली है।
केयर होम्स (देखभाल गृह)
अंतारा केयर होम देहरादून के पुरुकुल में अपने सीनियर लिविंग समुदाय के परिसर के भीतर स्थित होगा। केयर होम में हेल्थकेयर और निगरानी(मॉनिटरिंग) सेवाएं शामिल होंगी, जैसे हर समय चिकित्सीय रूप से प्रशिक्षित नर्सिंग देखभाल करने वाले प्रोफेशनल्स, प्रतिदिन चिकत्सीय परामर्श, महत्वपूर्ण प्रकार की निगरानी, दवाई देने और आपातकालीन रिस्पान्स नियमावली, नियमित शारीरिक गतिविधियां, फिजियोथेरेपी और काउंसलिंग सत्र से राउंड-द-क्लॉक नर्सिंग सपोर्ट।
वे वरिष्ठ नागरिकों के दैनिक जीवन के अन्य पहलुओं की व्यवस्था करने में भी मदद करेंगे। केयर होम के निवासी सीनियर लिविंग समुदाय में अन्य सामान्य सुविधाओं का उपयोग भी कर पायेंगे जैसे कि भोजन स्थल, गतिविधि स्थान और वे नियमित रूप से सेहतमंद गतिविधियों में भी भाग ले सकेंगे। उन्हें घरेलू वातावरण में पोषण से भरपूर भोजन भी दिया जाएगा। वे अपने रहने की अवधि के दौरान इन-हाउस और बाहरी डॉक्टरों के परामर्श के तहत विशेष रूप से बनाई गई योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे।
केयर एट होम (घर पर देखभाल) 55 वर्ष से अधिक आयु के उन वरिष्ठों की जरूरतों को पूरा करती है, जिन्हें चिकित्सा या उम्र से संबंधित मुद्दों के कारण अपने दैनिक जीवन में गहन देखभाल की आवश्यकता होती है। ये सेवाएं चिकित्सकीय रूप से प्रशिक्षित पेशेवर प्रदान करते हैं जो वरिष्ठों को उनके घर के आरामदायक वातावरण में, उनके स्वास्थ्य के प्रबंधन के लिए आवश्यक देखभाल प्रदान करते हैं। कोविड प्रकोप को देखते हुए, इस प्रकार की सेवा तेजी से एक आवश्यकता बनती जा रही है, क्योंकि संक्रमण के प्रति अति संवेदनशील होने वाले वरिष्ठ लोग और अधिक वायरस की चपेट में आये बिना घर पर देखभाल प्राप्त करने का विकल्प चुन सकते हैं। देहरादून में केयर एट होम के अंतर्गत देखभाल सेवाओं के शुरुआती समूह में नर्सिंग, मेडिकल असिस्टेंट (जीडीए) और होम सैंपल कलेक्शन(घर से सैम्पल एकत्र करना) और निदान जांचें (डायग्नोस्टिक्स) शामिल हैं। फिजियोथैरेपी 16
जनवरी से प्रारम्भ हुई थी और महत्वपूर्ण देखभाल जैसी अधिक घरेलू देखभाल सेवाओं को बाद में शामिल किया जाएगा।
देहरादून में नए व्यवसायों के शुभारंभ के अवसर पर, तारा सिंह वचानी, एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन अंतारा और वाइस-चेयरपर्सन, मैक्स इंडिया ने कहा, “देहरादून के वरिष्ठ नागरिकों के लिए अंतारा केयर होम और केयर एट होम लॉन्च करना, मेरे लिये व्यक्तिगत रूप से बहुत संतोष जनक है। उत्तराखंड जीवंत, संपन्न और तेजी से बढ़ती हुई राजधानी है। इसलिये
हमारे लिए एक आसान विकल्प था कि हम दिल्ली-एनसीआर के बाद अपनी असिस्टिड केयर सर्विसेज (सहायक देखभाल सेवाओं) के लिए देहरादून को चुनें। हमें उम्मीद है कि हम देहरादून के लोगों को विश्वस्तरीय सेवाएं दे पाएंगे, क्योंकि हम अतीत में सफलतापूर्वक ऐसा कर चुके हैं। शहर मेरे लिये कई मायनों में खास है और हमारा यहां विस्तार, मुझे देहरादून कई बार आने का अवसर प्रदान करेगा।”
इस विस्तार के बारे में टिप्पणी करते हुए कंपनी के सीईओ और एमडी रजित मेहता ने कहा, “देहरादून में असिस्टेड केयर सर्विसेज की शुरूआत, जहाँ हमने वरिष्ठ नागरिकों के लिए अपना पहला आवास शुरू किया था, सभी वरिष्ठ नागरिकों की आवश्यकताओं को व्यापक रूप से पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
देश में अगले दो दशकों में प्रमुख जन सांख्यिकीय बदलावों के चलते, वरिष्ठ नागरिकों के लिए पेशेवर और विशिष्ट सेवाओं की मांग में पर्याप्त वृद्धि होगी। मेरा मानना है कि वर्तमान प्रस्तुति भारत में सभी वरिष्ठों की देखभाल जरूरतों के लिए विश्वस्तरीय सेवाओं के निर्माण के हमारे संकल्प को और मजबूत करेगी।”
वेश्विक स्तर पर, विशेष रूप से जापान, सिंगापुर, अमेरिका और यूरोप के कई हिस्सों जैसे क्षेत्रो में असिस्टेड केयर सर्विसेज एक स्थापित और तेजी से बढ़ती हुई श्रेणी है। भारत अभी भी इस क्षेत्र में एक नवजात अवस्था में है लेकिन बड़े पैमाने पर समृद्ध बुजुर्ग आबादी में वृद्धि के कारण असिस्टेड केयर सर्विसेज की मांग में वृद्धि होने की उम्मीद है।
देहरादून में अंतारा के लगभग 14 एकड़ भूमि में फैले लगभग 180 अपार्टमेंट हैं। 2020 में, अंतारा ने नोएडा में सेक्टर -50 में वरिष्ठ नागरिक आवास सुविधा केंद्र की शुरूआत की। विकास के अपने पहले चरण में 340 अपार्टमेंट्स के साथ, यह वरिष्ठ नागरिकों की सामाजिक, मनोरंजक, शैक्षिक, कल्याण और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करेगा और 2024 तक इसका कब्जा लेने के लिए तैयार हो जायेगा।
अंतारा की सहायक देखभाल सेवाओं में (केयर होम्स) और (केयर एट होम) शामिल हैं। वे 55 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठों की जरूरतों को पूरा करते हैं, जिन्हें चिकित्सा या उम्र से संबंधित मुद्दों के कारण अपने दैनिक जीवन में अधिक व्यापक मदद की आवश्यकता होती है। दिल्ली-एनसीआर में पहले दो सुविधा केंद्रों के साथ, और देहरादून में एक सीनियर लिविंग कम्युनिटी के साथ, अंतारा के केयर होम्स वरिष्ठ नागरिकों को लंबे समय तक देखभाल प्रदान करते हैं, जिन्हें चिकित्सा और नर्सिंग पर्यवेक्षण की आवश्यकता होती है और वरिष्ठों की भर्ती के लिए अल्पकालिक देखभाल सेवाओं की जरूरत होती है। अंतारा की योजना अगले तीन वर्षों में 35-40 केयर होम्स स्थापित करने की है। इसकी केयर एट होम सेवायें अच्छी तरह से सुसज्जित, चिकित्सकीय रूप से प्रशिक्षित पेशेवर उपलब्ध करायेंगी जो अपने घर के आरामदायक वातावरण में वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल कर सकते हैं। ये असिस्टेड केयर सर्विसेज अब दिल्ली-एनसीआर और देहरादून में उपलब्ध हैं।
अंतारा ने हाल ही में वरिष्ठों को बेहतर ढंग से समझने के प्रयास के अंतर्गत ‘स्टेट ऑफ सीनियर्स’ शीर्षक से एक सर्वेक्षण आयोजित किया, जिसमें उनकी सामाजिक-सांस्कृतिक और राजनीतिक संदर्भ में उनकी आकांक्षाओं, प्राथमिकताओं और राय पर विशेष ध्यान दिया गया। यह अध्ययन तीन क्षेत्रों में किया गया है – उत्तर, दक्षिण और पश्चिम, जिसमें 2,000 मध्यम और उच्च वर्ग के वे बुजुर्ग शामिल हैं जिनकी आयु 55 और उससे अधिक है। अध्ययन शहरी भारत में और विशेष रूप से उत्तर (दिल्ली-एनसीआर), पश्चिम (मुंबई और पुणे), और दक्षिण (चेन्नई, बैंगलोर और हैदराबाद) क्षेत्रों में आयोजित किया गया था।