हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शनिवार को हुए चुनाव में मतदान के साथ ही प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। चुनाव परिणाम 8 दिसंबर को आयेगा। प्रदेश में 65.5 प्रतिशत वोटिंग की खबर है। जो कि वर्ष 2017 के मुकाबले 8.5 फीसदी कम रही है। 2017 में 74 प्रतिशत मतदान हुआ था।
शनिवार को हिमाचल प्रदेश राज्य विधानसभा की 68 विधानसभा सीटों के लिए सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ। मततदाताओं ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अपने मताधिकार का प्रयोग किया। शुरूआत में वोटिंग स्पीड धीमी रही। धूप खिलने के बाद वोटिंग बूथों पर कतारें लगने लगी थी। दोपहर एक बजे तक 37 फीसदी तो तीन बजे तक 55 फीसदी मतदान की खबर थी।
इस बीच सीएम जयराम ठाकुर ने परिवार के साथ वोट डालने के बाद भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत का दावा किया। जबकि कांग्रेस से पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश में परिवर्तन का दावा किया। इसबार भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही अपनी जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया है। आठ दिसंबर को चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद दोनों ही दलों के दावों की हकीकत भी सामने आ जाएगी।
चुनाव आयोग के मुताबिक राज्य में कुल 55 लाख वोटर हैं। जिनमें 27 लाख 80 हजार पुरुष और 27 लाख 27 हजार महिला वोटर हैं। वहीं, 56,001 वोटर दिव्यांग हैं। 80 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 1.22 लाख है। जबकि 1184 मतदाताओं की उम्र 100 साल से अधिक है। चुनाव प्रक्रिया में 67 हजार 532 कार्मिक शामिल हैं।