खेडा अफगान में इस्सा फाउंडेशन गुजरात की ओर से मदरसा अल महादुल इस्लामी मानकमऊ के तत्वधान में गरीब व बेसहारा लोगों को

254


इस्सा फाउंडेशन गुजरात की ओर से मदरसा अल महादुल इस्लामी मानकमऊ के तत्वधान में गरीब व बेसहारा लोगों को आने वाले पवित्र माह रमजान के पूरे महीने का खाने पीने का राशन वितरित किया गया।
पूरे देश में जहां आज लोग कोरोना महामारी व महंगाई से परेशान हैं वहीं इस्सा फाउंडेशन गुजरात व मदरसा अल महादुल इस्लामी मानकमऊ के जिम्मेदार हजरत मौलाना नाजिम साहब नदवी की सरपरस्ती में सदैव तत्पर रहती है। ऐसा ही कार्यक्रम बुधवार को खेड़ा अफगान में हाजी हनीफ के आवास पर आयोजित किया गया। जिसमें गांव के करीब सैकड़ों विधवा महिलाओं व गरीब बेसहारा लोगों को आने वाले पवित्र महीने रमजान के पूरे माह का आटा, चावल, दाल, चीनी, तेल, खजूर, तथा अन्य खाने-पीने आदि खाद्य सामग्री मुफ्त वितरित की गई। इस मौके पर मौलाना यामीन ने कहा कि मालदारी अल्लाह का इनाम है और गरीबी उससे भी बड़ा इनाम है। इस्लाम ने मालदारो को हुक्म दिया है कि वह गरीबों और मजदूरों की मदद करें। दान देना सवाब का काम है दान करने पर अल्लाह खुश होकर दान करने वालों के घर में खुशियों के अंबार लगा देता है। गरीब व बेसहारा लोगों की सेवा से बड़ा कोई दूसरा पुण्य का कार्य नहीं है ऐसे लोगों की मदद करना हर आदमी का फर्ज बनता है। हाजी हनीफ ने सभी से अपील करते हुए कहा कि वे रमजान के महीने में अपने घरों में रहकर रमजान शरीफ का एहतमाम करें खूब अल्लाह की इबादत करें कुरान शरीफ की तिलावत नमाज रोजा की पाबंदी करें किसी के सामने अपने हाथ ना फैलाएं। रमजान इबादत का महीना है ज्यादा से ज्यादा इस माह में इबादत करनी चाहिए इस महीने में हर अमल का सवाब दुगना हो जाता है। इस माह में जिस तरह रोजे रखना सवाब है उसी तरह हर मुसलमान का फर्ज बनता है कि वह गरीब बेसहारा लोगों की हर संभव मदद करें। उन्होंने बताया कि इस्सा फाउंडेशन गुजरात द्वारा सेंटर लगाए जा रहे हैं जहां पर गरीब बेसहारा लोगों को रमजान शरीफ का पूरे माह का राशन वितरित किया जा रहा है।