जबरन धर्मांतरण को दारूल उलूम देवबंद के उलेमाओं ने नाजायज करार दिया

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देवबंद। बरेलवी उलेमाओं द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन को नाजायज ठहराए जाने का देवबंद के उलेमाओं ने भी समर्थन किया है।

देवबंद के मुुफ्ती अरशद फारूकी ने गुरूवार को कहा कि दो अलग-अलग धर्मों के मानने वालों का निकाह नहीं हो सकता। यदि उनमें से कोई एक शादी के लालच में या अन्य किसी दबाव में धर्म परिवर्तन करता है तो उसे किसी भी दशा में जायज नहीं ठहराया जा सकता।

बरेलवी और देवबंदी दोनों विचारधाराओं की संस्थाओं ने फतवा जारी कर राज्य सरकार के कानून का समर्थन किया है।