लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जल्द ही पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, 25 या 26 मार्च को अधिसूचना जारी की जा सकती है। राज्य निर्वाचन आयोग 4 चरणों में मतदान कराने की तैयारी में है। इन सभी चरणों का मतदान 10 से 28 अप्रैल के बीच संपन्न कराने की योजना है।
राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों के मुताबिक, 23 अप्रैल तक पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरी होगी। अप्रैल की शुरुआत में चुनावों के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। नामांकन से लेकर मतदान के बीच करीब 12 से 13 दिन का समय लगेगा। प्रत्येक चरण में 18 से 19 जिलों में एक बार में मतदान होगा। सभी जिलों में मतगणना एक दिन कराई जा सकती है। इस बीच पंचायत चुनाव के लिए सभी पदों के आरक्षण की अनन्तिम सूची जारी हो गई हैं। आरक्षण को लेकर कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल है। हालांकि अभी भी ऐसे लोगों के लिए विकल्प खुले हुए हैं, लेकिन उन्हें इसके आरक्षण की प्राथमिक सूची को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज करानी होगी।
पंचायत चुनाव के आरक्षण को लेकर जारी सूची को लेकर 8 मार्च तक कोई भी ग्रामीण मतदाता अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। 9 मार्च को इन दावों और आपत्तियों का एकत्रीकरण किया जाएगा। 10 से 12 मार्च के बीच जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा आरक्षण का परीक्षण और आपत्ति का निस्तारण किया जाएगा। 13 से 14 मार्च के बीच आरक्षण की सूचियों का अंतिम प्रकाशन होगा और 15 मार्च को जिलाधिकारियों द्वारा इन सूचियों को पंचायतीराज निदेशालय भेजा जाएगा, 16 को जिलास्तर पर घोषित आरक्षण की हार्ड और साफ्ट कॉपी पंचायतीराज निदेशक को उपलब्ध करानी होगी। जिसके बाद निदेशालय इन सूचियों के पूरे ब्यौरे को राज्य निर्वाचन आयोग को सौंपेगा। इसके बाद आरक्षण में किसी तरह का कोई फेरबदल नहीं किया जा सकेगा। माना जा रहा है कि इसके तुरंत बाद राज्य निर्वाचन आयोग पँचस्थानी निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा कर देगा।