पूर्वांचल के बाद अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश दौरे की है ओवैसी की तैयारी, 100 सीटों पर नजर

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पश्चिमी यूपी में क़रीब सौ ऐसी विधानसभा सीटें हैं जिस पर मुस्लिम वोटरों का दबदबा है. असदुद्दीन ओवैसी की नज़र इसी वोट बैंक पर है।

लखनऊ। असदुद्दीन ओवैसी की तैयारी अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दौरा करने की है. इसके लिए होम वर्क शुरू हो गया है. यूपी के पूर्वांचल की यात्रा से ओवैसी और उनके समर्थक जोश में हैं. इसीलिए इस बार टार्गेट दिल्ली से सटा यूपी का इलाक़ा है. यहां मुसलमानों की आबादी 20 से लेकर 40 प्रतिशत तक है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक़ वे अमरोहा, संभल, मुरादाबाद और बरेली की यात्रा कर सकते हैं. अभी पूरा कार्यक्रम तय नहीं हुआ है. ये कहा जा रहा है कि इन इलाक़ों के कई प्रतिष्ठित मुस्लिम परिवारों से वे मिलेंगे. बरेली और मुरादाबाद के कुछ मदरसों में भी उन्हें ले जाने की बात है. पश्चिमी यूपी के चार ज़िलों के इस दौरे में जगह-जगह ओवैसी का स्वागत होगा. इलाक़े के लोग लंबे समय से उन्हें आने के लिए कह रहे हैं।

वैसे तो चुनाव बंगाल में हैं. लेकिन असदुद्दीन ओवैसी अपने लिए यूपी में संभावनायें अभी से टटोलने लगे हैं. वे अभी बस राज्य में लोगों का मूड जानना चाहते हैं. इसीलिए अलग-अलग जगहों पर जाकर कुछ ख़ास लोगों से मुलाक़ात कर रहे हैं. वैसे लोग जिनका मुस्लिम समाज में मान सम्मान है. बिहार की तरह ही ओवैसी ने यूपी में भी छोटी पार्टियों के साथ मिल कर एक मोर्चा बनाया है. नाम है संकल्प मोर्चा. ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव समाज पार्टी इसमें शामिल है. इसके साथ ही चंद्रशेखर की भीम आर्मी, बाबू सिंह कुशवाह की जन अधिकार पार्टी भी इस मोर्चे में है. कृष्णा पटेल वाला अपना दल का गुट भी ओवैसी के साथ है।

सौ विधानसभा सीटों पर मुस्लिम वोटरों का दबदबा
पश्चिमी यूपी में क़रीब सौ ऐसी विधानसभा सीटें हैं जिस पर मुस्लिम वोटरों का दबदबा है. ओवैसी की नज़र इसी वोट बैंक पर है. पश्चिम में समाजवादी पार्टी, बीएसपी और कुछ सीटों पर कांग्रेस को इस बिरादरी का वोट मिलता रहा है. समाजवादी पार्टी उन्हें बीजेपी की बी टीम कह रही है. लेकिन ओवैसी कहते हैं यही डर हमारी जीत है।


यूपी में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा के चुनाव होने हैं. कुल 403 सीटें हैं. पिछली बार बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला था. इस बार योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में बीजेपी के चुनाव लड़ने की तैयारी है. योगी की छवि आक्रामक हिंदुवादी नेता की रही है. उनके मुक़ाबले मुसलमानों की पहली पसंद कौन? AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी की तैयारी इसी लड़ाई में एक मज़बूत विकल्प बनने की है।