देशभक्तों के दिखाए मार्ग पर चलना सच्ची श्रद्धांजलि- जोगेंद्र सिंह पुंडीर
स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव संपूर्ण देश में बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जा रहा है इस क्रम में
स्वाधीनता के अमृत महोत्सव का ‘स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव’ जीएमएस रोड स्थित एक फार्म हाउस में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। जोगेंद्र सिंह पुंडीर मुख्य सहयोगी के रूप में उपस्थिथि रही।
कार्यक्रम का आरंभ गणेश वंदना के साथ किया गया। इससे पूर्व आशुतोष भटनागर निर्देशक जम्मू कश्मीर अध्यक्ष केंद्र डॉक्टर मनोज श्रीवास्तव, कर्नल मदन मोहन चौबे, मेजर जनरल यशपाल सिंह नेगी, पवन शर्मा, संजीव जैन आदि ने संयुक्त रूप से शहीदों के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को नमन किया। इस अवसर पर शिवाजी नगर के क्षेत्र में रहने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले हुआत्माओं के परिजनों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शहीद लक्ष्मी प्रसाद चमोली, शहीद लेफ्टिनेंट रोहन सिंह, शहीद सिद्धार्थ नेगी, शहीद गोपी सिंह राठौर, शहीद आनंद सिंह अस्वाल, शहीद प्रमोद सजवाण, शहीद राजगुरु मेजर अतुल घड़ियाल, शहीद कैप्टन कपिल थापा, शहीद विजेंद्र खंडका, स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय भैरव दत्त उनियाल, स्वर्गीय सदानंद उनियाल, स्वर्गीय शिव प्रसाद मिश्रा, स्वर्गीय राजाराम, स्वर्गीय नीलांबर पंथ के परिजनों को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक ने इस अवसर पर कहा कि हर साल हमारे देश में 16 दिसंबर के दिन को विजय दिवस के तौर पर मनाया जाता है. साल 1971 में इस दिन ही भारत ने पाकिस्तान को युद्ध में हराया था. साल 1971 में भारत की सेना के आगे पाकिस्तान की फौज ने घुटने टेक दिए थे और बांग्लादेश को आजादी मिली थी. इस साल देश में विजय दिवस की आज 50वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. इस अवसर पर हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत, और उनकी पत्नी मधुलिका रावत एवं अन्य 12 सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम संचालक पवन शर्मा द्वारा सभी आगंतुकों एवं शहीद के परिवारों काधन्यवाद कर आभार व्यक्त किया।
भाजपा किसान मोर्चा उपाध्यक्ष जोगेंद्र सिंह पुंडीर ने कहा कि किसी राष्ट्र की तरक्की उसकी संस्कृति व इतिहास को जाने बगैर संभव नहीं है। हमें हमारी पीढ़ियों को अपने गौरवशाली इतिहास व संस्कृति से पूर्णतया परिचय कराना ही चाहिए। इस अवसर पर विजेंद्र थपलियाल, विनय गोयल, विश्वास डाबर, कैप्टन भोपाल सिंह, उदयवीर, अंकित अग्रवाल, रणजीत सिंह, अजय कांत शर्मा आदि मान्यगण उपस्थित रहे।