रिसॉर्ट में फंदे पर लटकी मिली युवती का पोस्टमार्टम जारी, अस्पताल पर भारी भीड़ मौजूद

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शुक्रवार को रिसॉर्ट में फांसी के फंदे पर लटकी मिली युवती की मौत का मामला

देहरादून। प्रदेश के उत्तरकाशी जिला मुख्याल से करीब 13 किमी दूर एक रिजॉर्ट में शुक्रवार को फांसी के फंदे से लटकता युवती का शव मिला था। कल शाम पुलिस ने शव को शव विच्छेदन गृह में रख दिया था। अब शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। इस दौरान नाबालिग की मौत का कारण जानने गांव-गांव से लोग अस्पताल के बाहर जमा हैं। परिजनों के साथ ही लोगों को शक है कि अंजलि की हत्या हुई और उसके बाद शव फंदे से लटका दिया गया। अस्पताल में गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान लोगों के बीच मौजूद हैं।

जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, पुलिस अधिकारी भी अस्पताल में ही हैं और अस्पताल को पुलिस ने पूरी तरह से घेर रखा गया है। इस वक्त गांव-गांव से महिलाएं, पुरुष और युवा अस्पताल में मौजूद हैं। सुबह युवाओं के एक शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी से मुलाकात की। जिलाधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तत्काल कार्रवाई होगी। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है और रिजॉट के दो कर्मचारियों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में उन युवाओं ने क्या बताया अभी यह भी सार्वजनिक नहीं किया गया है। फिलवक्त सबको पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। मौके पर उप जिलाधिकारी चतर सिंह, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा वीं एस रावत, डा. प्रेम पोखरियाल भी मौजूद हैं।

देहरादून। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से अंकिता भंडारी जैसा ही एक और मामला सामने आया है। जहां एक रिसॉर्ट में 18 वर्षीय युवती की लाश फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली है। युवती उत्तरकाशी जिले की अशी गंगा घाटी की भंकोली गाँव की अमृता उम्र 18 साल, की रहने वाली है। जिसकी लाश एक रिसॉर्ट में गले में रस्सी लटकी हुई मिली है। पुलिस का कहना है कि अभी जांच की जा रही है और अभी कुछ भी कहना बहुत मुश्किल है। वही होटल मालिक और उसके कर्मचारियों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बड़ा सवाल यह है कि यदि युवती ने खुद फांसी लगाई है तो युवती के हाथ और गले में चोट के निशान कैसे आए। भले पुलिस अभी जाँच कर रही है मगर यह एक सनसनी खेज मामला है। वहीं गाँव वालों का कहना है कि कल लड़की से बात हुई थी और वह मार्केट गई थी और अपने काम से उसके बाद वहां वापस होटल गई घर आने के लिए कह रही थी मगर आई नहीं। सुबह खबर आई तो उसकी मौत की खबर आई।