हरिद्वार जिले के गैर भाजपाई विधायकों ने भगवानपुर मामले में निष्पक्ष कार्यवाही की मांग को लेकर डीजीपी से की मुलाकात

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देहरादून। हरिद्वार जिले के गैर भाजपाई विधायकों ने शनिवार को पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह के साथ पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से मुलाकात कर हरिद्वार जिले की बिगडती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सवाल खड़ा किया। साथ ही क्षेत्रीय पुलिस द्वारा वेयर बाजपाई विधायकों के साथ भी भेदभाव पूर्ण भैया अपनाने की शिकायत की।

हरिद्वार के जिले के 7 विधायकों कलियर विधायक फुरकान अहमद, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार, हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत, विधायक वीरेंद्र जाती विधायक रवि बहादुर, विधायक मोहम्मद शहजाद के साथ पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने इस दौरान डीजीपी अशोक कुमार को एक ज्ञापन भी सौंपा।

विधायकों ने हरिद्वार जिले की पुलिस पर आरोप लगाया कि वह गैर कांग्रेसी विधानसभा क्षेत्रों में भेदभाव पूर्ण कार्यवाही कर रही है। विधायकों का यहाँ तक कहना था कि पुलिस विधायकों के साथ भी भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने का काम कर रही है। विधायक ममता राकेश एवं अनुपमा रावत ने कहा कि भगवानपुर क्षेत्र में जो घटना घटित हुई उसमें पुलिस द्वारा एक तरफा कार्यवाही की गई है। कोई भी कार्यवाही एक तरफा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया है उनके खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही करने के बजाय पुलिस खानापूर्ति कर आरोपियों को बचाने में लगी है। जिसको किसी भी हालत में सही नहीं ठहराया जा सकता। यहां तक कि कोतवाली से विधायकों को किसी प्रकार की मदद मांगने पर भी नहीं मिलती है।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि भगवानपुर के डाडा जलालपुर मामले पर एसआईटी का गठन कर निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। साथ ही अभी तक स्थानीय पुलिस द्वारा क्या कार्यवाही की गई है इसकी जानकारी भी मिलनी चाहिए। हरिद्वार जिले की कानून व्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा गई है इस प्रकार की घटना से डर का माहौल बनने के साथ ही असुरक्षा का माहौल बनता है।

डीजीपी अशोक कुमार ने विधायकों को आश्वासन दिया कि डाडा जलालपुर की घटना की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी गठित की जाएगी। किसी भी व्यक्ति को कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा चाहे वह कितना ही प्रभावशाली क्यों ना हो।