देहरादून। राजधानी देहरादून में “पहाड़ी स्वाभिमान सेना” की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में देहरादून और आस- पास के क्षेत्र से स्वाभिमान सैनिकों ने हिस्सा लिया और संगठन के कार्यक्षेत्र और संगठन विस्तार पर चर्चा की गयी।
संगठन की बैठक में दो प्रस्ताव पारित किये गये, पहला स्व. अंकिता भण्डारी को न्याय की लड़ाई में अंकिता के माँ-बाप को हर तरीके से सहयोग करना और दूसरा ऋषिकेश में सुरेन्द्र सिंह नेगी से मारपीट प्रकरण में कैबिनेट मन्त्री प्रेमचंद अग्रवाल की मन्त्री पद से बर्खास्तगी और अग्रवाल के ख़िलाफ़ कानूनी व लोकतांत्रिक लड़ाई जारी रखना, जिससे उत्तराखण्ड के मूल निवासी पहाड़ी लोगों के स्वाभिमान और अस्मिता की रक्षा की जा सके।
बैठक में मूल निवास, मजबूत भू कानून, पहाड़ी महिलाओं की बढ़ती तस्करी परिसीमन, मूल निवासियों को सरकारी एवं ग़ैरसरकारी नौकरियों में 80%आरक्षण का प्रावधान,मूल निवासी पहाड़ियों पर लगातार बढ़ते हमलों और उनकी भूमि पर बाहरी भू माफ़िया द्वारा कब्जा,युवाओं में स्मैक और हेरोइन की बढ़ती लत और पहाड़ी समाज के लोगों द्वारा एक दूसरे के कारोबार में प्रोत्साहन और आपातकालीन स्थिति में एक दूसरे के लिये खड़े होने के अलावा पहाड़ी क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा मूल निवासी पहाड़ियों को स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क आदि सुविधाओं के महरूम करना और गुलदार के हमलों व बन्दर,सूअर आदि द्वारा खेती -किसानी को चौपट करने समेत ज्वलंत मुद्दों पर भी चर्चा की गयी।
बैठक में हिस्सा लेने वालों में संरक्षक मंडल से आशुतोष नेगी, सुरेंद्र नेगी, अनिल बलूनी, गुणानंद जखमोला, कोर कमेटी के सदस्य मोहित डिमरी, पंकज पोखरियाल, पंकज उनियाल, आशीष नेगी,रवि भट्ट, लुसुन टोडरिया, राजेश पयाल, योगेश कुमार, प्रीतम सिंह जेठा, पवन भंडारी, ताजबर सिंह कंडारी,गिरीश सेमवाल, सतीश पोखरियाल,आशीष कुकरेती, अमित पंत, प्रदीप रावत, सूबेदार (रिटायर्ड) भरत सिंह रावत,नितिन उपाध्याय, सागर भंडारी, अनिल बहुगुणा,तन्मय,पंकज नेगी, अमित रयाल, मोहन भंडारी, विकास रयाल,नीरज जोशी, दीपक बिष्ट, प्रमोद रस्तोगी,यज्ञवृत पोखरियाल, सुनील डिमरी,हीरा सिंह बिष्ट,सचिन थपलियाल,कुलदीप पंवार,आशुतोष मैठाणी,डॉ आशीष बहुगुणा,कैलाश लस्याल,शम्भू,चंद्रप्रकाश कुड़ियाल,विजय रावत,मातबर सिंह,अमित नेगी,सुरेंद्र रावत,सुरेंद्र खाती सहित अन्य लोग मौजूद थे।