देहरादून। शताब्दी एक्सप्रेस में खराब भोजन की शिकायत पर कैटरिंग ठेकेदार पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। साथ ही देहरादून स्थित ठेकेदार का बेस किचन सील कर दिया है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म (आईआरसीटीसी) ने यह आदेश जारी किया है। 22 अगस्त को देहरादून शताब्दी (ट्रेन संख्या 12018) ई-2 कोच के एक यात्री ने ऑन बोर्ड कैटरिंग स्टाफ को खाने में प्लास्टिक धागे की शिकायत की। इसके अलावा यात्री ने कहा कि उसे हैंड सैनिटाइजर और टिश्यू पेपर नहीं दिया गया। इस पर स्टाफ ने माफी मांगी और दूसरा खाना देने की पेशकश की, लेकिन यात्री ने अपनी शिकायत वापस नहीं ली।
इस शिकायत के आधार पर आईआरसीटीसी के डीजीएम-कैटरिंग एम. दिनकर ने कैटरिंग ठेकेदार (दून्स कैटरर्स) पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाने के आदेश दिया। इसके अलावा विभाग देहरादून स्थित ठेकेदार के बेस किचन का ऑडिट करेगा। इसमें बेस किचन की डीप सफाई, ब्रान्डेड खाद्य सामग्री आदि की जांच की जाएगी। तब तक किचन सील रहेगा।