केजरीवाल ने विधानसभा में कृषि कानूनों की कॉपी फाड़ी

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केजरीवाल बोले- BJP ने इलेक्शन फंडिंग का किया है जुगाड़-

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सदन में केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए तीन कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़कर अपना विरोध जताया और दिल्ली विधानसभा ने सभी कानूनों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वह किसानों के साथ विश्वासघात नहीं कर सकते।

 केजरीवाल ने कहा कि ऐसा करते हुए मुझे दर्द हो रहा है, लेकिन मेरे देश का किसान सड़क पर है और मुझे तकलीफ हो रही है। उन्होंने कहा कि यह सदन केंद्र सरकार से अपील कर रहा है कि ये कानून वापस ले लो।

केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ सालों में भाजपा ने चुनावों को कितना महंगा बना दिया है यह बात सभी जानते हैं। उन्होंने कहा कि ये कानून किसानों के लिए नहीं बल्कि बीजेपी के चुनावों की फंडिंग के लिए बनाए गए हैं। यह बात किसान तो समझ गए हैं और बाकी देशवासी भी जितनी जल्दी समझ लें उतना अच्छा होगा।

केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार कह रही है कि किसानों को कृषि कानूनों का फायदा समझ नहीं आ रहा, इसलिए अपने दिग्गज नेताओं को उतारा है। योगी आदित्यनाथ एक रैली में कह रहे थे कि इन कानूनों से किसी की जमीन नहीं जाएगी, ये फायदा है क्या?

भाजपा वाले कहते हैं कि किसान अब अपनी फसल पूरे देश में कहीं भी बेच सकता है। धान का MSP 1868 रुपये है, ये बिहार और उत्तर प्रदेश में 900-1000 रुपये में बिक रहा है। मुझे बता दीजिए कि ये किसान देश में कहां अपनी फसल बेचकर आएं। 
केजरीवाल ने कहा कि मैं केंद्र से पूछना चाहता हूं कि किसानों को और कितनी कुर्बानियां देनी पड़ेंगी, ताकि उनकी आवाज सुनी जा सके।

उन्होंने कहा कि हर किसान भगत सिंह बन गया है। सरकार कह रही है कि वह किसानों तक पहुंचकर कृषि कानूनों के लाभों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों से कहा कि वे इन बिलों से लाभान्वित होंगे क्योंकि उनकी जमीन नहीं छीनी जाएगी और मंडियां बंद नहीं होंगी। क्या यह लाभ है?