राज्यसभा चुनाव में शर्मनाक हार के बाद हिमाचल में अपनी सरकार बचाने में जुटी कांग्रेस

50

हिमाचल में कांग्रेस के लिए नहीं खत्म हुआ हुआ ‘सबकुछ’, जानिए कैसे और किस तरीके से बच सकती है ‘ सुक्खू सरकार’
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। 6 बागी विधायकों ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। सरकार इन 6 विधायकों को मनाने का प्रयास कर रही है ताकि उनकी सरकार बची रह स

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद कांग्रेस सरकार पर अब एक और खतरा मंडरा रहा है। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों ने सरकार के खिलाफ जाकर बीजेपी के हर्ष महाजन को वोट दिया। जिसके बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इन विधायकों पर जमकर गुस्सा निकाला। सीएम ने उन्हें बिकाऊ तक कह दिया। सुक्खू के इन बयानों से ये विधायक काफी नाराज है। कांग्रेस को डर है कि ये विधायक अब बीजेपी के साथ जा सकते हैं। अब इन विधायकों को मनाने के लिए कांग्रेस के सीनियर नेता शिमला पहुंच रहे हैं। ऐसे में हिमाचल की राजनीति के लिए आज का दिन बहुत अहम है। क्योंकि आज प्रदेश का बजट पारित होना है। अगर सरकार बहुमत के साथ बजट पास नहीं करवा पाई तो सरकार गिर जाएगी। लेकिन अभी भी कांग्रेस के लिए सबकुछ खत्म नहीं हुआ है। अभी भी हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बच सकती है।

किसके पास कितने विधायक
हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधायकों में से कांग्रेस के पास 40 विधायक हैं। कांग्रेस के 6 विधायक सुक्खू के खिलाफ है। इसी के साथ 3 निर्दलीय विधायक भी बीजेपी का समर्थन कर रहे है। इस हिमाचल में बजट सत्र चल रहा है। बजट पारित करते समय विपक्ष सदन में डिविजन मांग सकता है। ऐसे में मतदान होने के आसार हैं। अगर कांग्रेस के 6 विधायक सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेते हैं तो सरकार के पास बड़ा मौका है। वोटिंग हुई तो 34 विधायकों का समर्थन सरकार को है। अगर विधायक सरकार के पक्ष में वोट करेंगे और सरकार गिरने से बच जाएगी। क्योंकि तब बहुमत का आंकड़ा 32 रह जाएगा।

बागी विधायकों को सस्पेंड कर सकते हैं स्पीकरइतना ही नहीं सरकार को गिरने से बचाने के लिए स्पीकर बागी कांग्रेसी विधायकों को सस्पेंड भी कर सकते हैं। अगर ऐसी पैदा होती है तो बहुमत के लिए सिर्फ 32 वोट चाहिए होंगे। ऐसे भी कांग्रेस सरकार बनाने में सफल हो जाएगी। बता दें बजट सत्र में अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता है। ऐसे में बीजेपी बजट पारित करने के लिए वोट करने की मांग की जा सकती है।