सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने वित्तीय वर्ष 2021-22 की प्रथम तिमाही में 720 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया है जो कि चौथी तिमाही से 188% अधिक है।
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देहारादून अंचल के आंचलिक प्रबंधक जय नारायन जी ने बताया कि बैंक को वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही में रु.720 करोड़ का निवल लाभ हुआ जो वित्त वर्ष 21 की प्रथम तिमाही में रु. 844 करोड़ था। पिछली तिमाही के आधार पर शुद्ध लाभ में 188% का सुधार हुआ जो रु.250 करोड़ था।
बैंक ने वर्षानुवर्ष आधार पर वैश्विक कारोबार में 2.71% की वृद्धि की है तथा जून, 21 में यह रु. 10,38,083 करोड़ के स्तर पर रहा।
वित्त वर्ष 22 की प्रथम तिमाही के लिए परिचालनात्मक लाभ रु.2,806 करोड़ रहा जो वित्त वर्ष 21 की प्रथम तिमाही में रु.2,845 करोड़ था। पिछली तिमाही की तुलना में इसमें 34% की बढ़ोतरी हुई जो रु.2,094 करोड़ था।
वित्त वर्ष 22 की प्रथम तिमाही के निवल ब्याज आय (एन.आई.आई) रु.3,145 करोड़ रही जो वित्त वर्ष 21 की प्रथम तिमाही में रु.3,481 करोड़ थी। पिछली तिमाही की तुलना में इसमें 7% की बढ़ोतरी हुई जो रु.2,936 करोड़ थी।
सकल एनपीए अनुपात जून, 2020 के 13.91% से सुधरकर 13.51% हो गया तथा वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 40 बीपीएस कम हुआ है। निवल एनपीए अनुपात जून, 2020 के 3.58% से सुधरकर 3.35% हो गया तथा वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 23 बीपीएस कम हुआ है।
बैंक का सीआरएआर 15.07% रहा, जो कि मार्च, 21 और जून, 20 से अधिक है। यथा 30.06.2021 को बैंक का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) मार्च, 2021 के 14.93% की तुलना में 15.07% था। प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) मार्च, 2021 के 86.24% और जून, 2020 के 84.87% की तुलना में 86.17% पर रहा।
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