अस्तित्व टाइम्स
देहरादून। नगर निगम के 100 वार्डों में इस बार घूम घमासान होने के आसार हैं। क्योंकि मेयर के साथ ही पार्षद पद के लिए एक-दो नहीं बल्कि कई प्रत्याशी मैदान में हैं। सियासी मैदान में उतरे इन सियासी सुरमाओं के भाग्य का फैसला सौ वार्डों में रहने वाले सात लाख से अधिक मतदाता करेंगे। आगामी 23 जनवरी को मतदान होना है और उसके दो दिन बाद यानी 25 जनवरी को मतगणना होगी। इसके बाद साफ हो जाएगा कि इस बार नगर निगम देहरादून के बोर्ड पर किसी बादशाहत रहती है।
इससे पहले अक्टूबर 2018 में हुए चुनाव में भी 100 वार्डों पर मतदान हुआ था। जबकि वर्ष 2013 के चुनाव में देहरादून में 60 वार्ड ही थे। इसके सीमा विस्तार होने से 40 और वार्ड निगम में शामिल हुए, जिनमें कि नगर निगम से सटे 72 गांव शामिल रहे। सीमा विस्तार के बाद यह दूसरा चुनाव है जबकि सौ वार्डों वाले बोर्ड के गठन के लिए चुनाव हो रहा है। इस कारण मतदाताओं की संख्या भी पिछले सालों में काफी बढ़ी है। बृहस्पतिवार को नाम वापसी के बाद तस्वीर साफ हो गई है कि दून नगर निगम में मेयर पद के लिए भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल व निर्दलों सहित 10 प्रत्याशी मैदान में खड़े हैं। यद्यपि मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच होना है। पर दूसरे राजनीतिक दलों के प्रत्याशी व निर्दलीय भी दिग्गजों का चुनावी गणित बिगाड़ सकते हैं। वहीं पार्षद पद के लिए 384 प्रत्याशी मैदान में हैं। इतना जरूर कि पिछले चुनाव की तुलना में यह आंकड़ा कुछ कम है। वर्ष 2018 के चुनाव में नगर निगम देहरादून में मेयर पद के लिए 15 तो पार्षद पद के लिए 451 प्रत्याशी मैदान में थे। चुनाव परिणाम सामने आया तो उसमें भाजपा को बहुमत मिला और पांच साल तक नगर निगम में भाजपा का बोर्ड रहा और कांग्रेस विपक्ष में।
कुल मिलाकर पिछले चुनाव की तरह इस बार भी यहां पर नगर निगम चुनाव में घमासान होना स्वाभाविक है। एक तरफ परिसीमन व वार्डों के आरक्षण के बाद सियासी दलों व उनके अधिकृत प्रत्याशियों के समीकरण बिगड़े हुए हैं। तो वहीं टिकट नहीं मिलने से बागी बनकर मैदान में उतरे प्रत्याशी भी वोटों का गुणा-भाग खराब कर सकते। हालांकि नामांकन के बाद दो-तीन मान-मनोबल करने के बाद भाजपा व कांग्रेस के दिग्गजों ने कुछ बागियों को मनाकर उनका नामांकन वापस करवा दिया। पर कई वार्डों में बागी प्रत्याशी चुनाव में डटे हुए हैं। वहीं, मेयर पद के लिए मैदान में उतरे प्रत्याशियों को शहर से दूर गांव तक विस्तारित नगर निगम में गली-गली की खाक छाननी पड़ सकती है। ऐसे में मतदान से पहले के 20 दिनों में जहां दून की सियासत गरम रहने वाली हैं, वहीं सियासी मैदान में उतरे सुरमाओं को भी ठंडक भरे मौसम में पसीना बहाने को मजबूर होना पड़ सकता है।
पार्षद पद से इन्होंने लिए नाम वापस
वार्ड नंबर
01 नवीन चौधरी
53 नवनीत ठाकुर
02 ज्योति कोटिया
58 सुशीला रावत
02 नीलम चौहान
59 कमल पंवार
04 किरन अरोड़ा
60 गिरीश प्रसाद
60 रफीक मोहम्मद
09 निशा रानी
61 मंगल सिंह राठौर
11 शशिम कुमार
61 पारितोष सिंह
15 सागर सेमवाल
65 अनुपमा यादव
27 अनूप गोयल
65 स्वप्निल यादव
36 प्रियंका अग्रवाल
67 एनके गुसाईं
41 दीक्षा भाटी
67 शिवपाल रावत
41 मीना रावत
49 अजीम
69 अब्दुल कय्यूम
47 आनंद त्यागी
72 सुभाष बालियान
75 आशीष गिरी
82 राहुल त्यागी
85 कमलेश्वर
85 राकेश कुमार
86 आशा
87 अंकित रोहिला
90 रमेश थापा
90 ललित थापा
93 रामेश्वरी नेगी
93 निधि
93 आरती
94 सुनील शर्मा
94 रोहित
95 करुणा
96 बबीता क्षेत्री