लखनऊ। पंचायत चुनाव के लिए 164 चुनाव चिह्न तय किए गए हैं। इनमें ग्राम पंचायत सदस्य के लिए 18, ग्राम प्रधान पद के लिए 57, क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए 36 और जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 53 चुनाव चिह्न तय किए गए हैं। प्रत्याशियों को इन्हीं में से एक चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ना होगा। सबसे अधिक चिह्न ग्राम प्रधान के लिए होंगे।
प्रदेश में इस समय त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को तैयारियां रफ्तार से चल रही हैं। मतदान की प्रक्रिया को अधिसूचना का इंतजार है। इस बार मतदान के दौरान ग्राम प्रधान के पद पर 45 लोग चुनाव लड़ने का एक गांव से प्रवाधान होगा। प्रधानी के चुनाव में 45 लोग दावेदार हो सकेंगे। इनके लिये अलग-अलग चुनाव चिह्न का मतपत्र होगा। बता दें कि इस बार चुनाव के लिये मतपत्र पर तोप से लेकर हवाई जाहज (प्लेन) तक का चिह्न भी रहेगा। इसके अलावा उगता सूरज, हल जोतता किसान, इमली, अनार, पुस्तक जैसे चिह्न रहेंगे। जिनके माध्यम से प्रधानों की पांच वर्ष के लिये किस्मत लिखी जायेगी।
तीनों चुनाव के अलग-अलग होंगे मतपत्र
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने वाला है। इसके लिये तीन प्रकार के अलग-अलग मतपत्र मिलेंगे। जिसमें ग्राम प्रधान पद के लिये अलग, वार्ड सदस्य के लिये अलग, जिला पंचायत सदस्य पद के लिये अलग मतपत्र मिलेगा। तीनों मतपत्रों के अलग-अलग रंग होंगे, जिन पर मतदान करके मतपेटिका में मतपत्र डाला जायेगा। बदायूं के सहायक चुनाव अधिकारी डॉ. पीएस पटेल कहते हैं कि निर्वाचन आयोग से मतपत्र आ गये हैं, चुनाव चिह्न प्रकाशित हैं। चुनाव में काफी ज्यादा संख्या में चुनाव चिह्न हैं और अलग-अलग पद के लिये मतपत्र आये हैं। प्लेन और हल जोतता किसान जैसे कई चिह्न पुराने भी हैं। बाकी कुछ नये चिह्न आये हैं। प्रशासन निर्वाचन की तैयारियां जोरशोर से कर रहा है।
किस पद के लिए क्या चुनाव चिह्न :
ग्राम पंचायत सदस्य के लिए आम, पेंसिल, ओखली, फरसा, अंगूर, बंदूक, केला, बैडमिंटन का बल्ला, गुलाब का फूल, ब्रुश, घड़ा, ब्लैकबोर्ड, डमरू, रिक्शा, तंबू, शंख, नल और सुराही चिह्न तय हैं।
जिला पंचायत का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए कुल 53 प्रतीक चिह्न उपलब्ध होंगे। इनमें आरी, गिटार, उगता सूरज, घुड़सवार, कप और प्लेट, चश्मा, कलम और दवात, छड़ी, कुल्हाड़ी, छाता, केतली, झोपड़ी, कैंची, टाइपराइटर, क्रेन, टेलीफोन, खजूर का पेड़, टेलीविजन, गमला, ट्रैक्टर, ढ़ोलक, रोड रोलर, तरकस, लट्टू, तराजू, लाऊडस्पीकर, ताला चाभी, वृक्ष, थरमस, शेर, नाव, सितारा, पिस्टल, सिर पर कलश लिए स्त्री, फसल काटता किसान, सीटी, फावड़ा बेल्चा, सैनिक, बल्ला, स्कूटर, मछली, हथठेला, रेडियो, हल, हेलीकाप्टर, सीमेंट की बोरी, कटहल, सूटकेस, मेज, हैंगर, मोबाइल फोन, लहसुन और सपेरा शामिल हैं।
ग्राम प्रधान पद के लिए अनाज ओसाता हुआ किसान, गले का हार, इमली, घंटी, कन्नी, चारपाई, कार, चूड़ियां, किताब, छत का पंखा, कैमरा, टेबिल लैंप, कैरम बोर्ड, टोकरी, कोट, डेस्क, खड़ाऊं, ड्रम, गदा, तांगा, तोप, फूल और घास, त्रिशूल, बल्लेबाज, दरवाजा, बस, धनुष, बांसुरी, धन का पेड़, बाल्टी, पत्तियां, बिजली का खंभा, पहिया, बिजली का बल्ब, पालकी, बेंच, पुल, बैलगाड़ी, फावड़ा, भवन, फुटबाल, भुट्टा, मोटर साइकिल, ऊन का गोला, मोमबत्ती, कंघा, रिंच, गुब्बारा, लिफाफा, गैस सिलेंडर, वायबुयान, टमाटर, हथौड़ा, दीवार घड़ी, आइस क्रीम, प्रेशर कुकर और अलमारी चिह्न तय हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए 36 प्रतीक चिह्न आवंटित किए गए हैं। इनमें अनार, गेंद और हाकी, अलाव और आदमी, चकला बेलन, अंगूठी, चिड़िया का घोसला, आटा चक्की, जीप, ईंट, टार्च, कढ़ाही, टेबिल फैन, कांच का गिलास, टैंक, कुंआ, टोपी, केला का पेड़, तलवार, गुल्ली डंडा, दमकल, नारियल, लेटर बाक्स, पतंग, शहनाई, पानी का जहाज, सरौता, प्रेस, सिलाई मशीन, फ्राक, स्टूल, भगौना, स्लेट, रेल का इंजन, हंसिया, लड़का लड़की और हारमोनियम शामिल हैं।