मुख्य सचिव एवं डीजीपी से आप विधायक ने की फोन पर बात, कहा बेगुनाहों पर मुकदमे क्यों,सीबीआई जांच करे,पीड़ित परिवार को मिले न्याय
हरिद्वार। धर्मनगरी में 11 साल की मासूम के साथ हुई दुष्कर्म और हत्या से हरिद्वार समेत पूरा उत्तराखंड आक्रोशित है। लेकिन अभी तक पुलिस मुख्य अपराधी को पकडने में कामयाब नहीं हो पाई है। आज आम आदमी पार्टी के जंगपुरा से विधायक प्रवीण कुमार ने हरिद्वार आकर पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए आरोपी की अब तक गिरफ्तारी न होने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने पूरी घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रदेश के मुख्य सचिव ओम प्रकाश से फोन पर बात करते हुए पूरी घटनाक्रम पर जानकारी मांगी, और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी मुख्य सचिव से बातचीत की।
आप विधायक ने कहा कि, जिन लोगों ने पीडित परिवार के पक्ष में अपनी आवाज उठाई ,पुलिस ने उन सभी लोगों पर मुकदमे दर्ज कर दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अनिल नाम के आरोपी को पहले गिरफ्तार किया और फिर उसे बिना पूछताछ के छोड दिया। ये कैसे कार्रवाई पुलिस कर रही है। इतनी बडी घटना हरिद्वार में घटित हो जाती है ,लेकिन इसके बावजूद भी जिलाधिकारी ने पीडित परिवार से आज तक मिलना भी मुनासिब नहीं समझा। विधायक ने पीडित परिवार का पक्ष रखते हुए कहा कि पीडित परिवार इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है और जब तक सरकार सीबीआई जांच की मांग स्वीकार नहीं करती है तब तक पीडित परिवार के साथ आप पार्टी भी चुप बैठने वाली नहीं है। प्रवीण कुमार ने कहा कि इस पूरे मामले की गंभीरता को समझते हुए जिलाधिकारी पीडित परिवार से मिलें और जल्द ही बेगुनाह लोगों पर हुए मुकदमे वापस करवाने के साथ आरोपियों की गिरफतारी के लिए कार्यवाही करवाएं।
प्रवीण कुमार ने कहा कि देवभूमि में इस तरह की घटना से लोगो में दहशत का माहौल है ,बेटी तभी बचेगी जब सुरक्षित रहेगी। विधायक प्रवीण कुमार ने सरकार को नाकाम बताया और कहा कि ,इस प्रकरण में आवाज उठाने वालों के खिलाफ जितने भी मुकदमे हुए है उन्हें सरकार तुरंत वापस ले। उन्होंने इसके अलावा डीजीपी अशोक कुमार से भी टेलीफोन पर वार्ता करते हुए पुलिस कार्यप्रणाली पर जानकारी ली और कहा,ऐसे आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाये।
इस अवसर पर हेमा भंडारी, ओम प्रकाश मिश्रा, नवीन मारिया, हरेन्द्र त्यागी, संजू नारंग, अर्जुन सिंह, यशपाल सिंह चैहान, संजीव कुमार, रणधीर सिंह, ममता सिंह, एडवोकेट सचिन बेदी, एडवोकेट नवीन चंचल, अनिल कुमार, प्रियंका, अजित दुबे, आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।