उत्तर प्रदेश में बुधवार से आयुष्मान पखवाड़ा शुरू किया जा चूका है। 24 मार्च तक चलने वाले इस पखवाड़े में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के पात्र लोगों का निश्शुल्क आयुष्मान कार्ड (गोल्डन कार्ड) बनाया जाएगा। जन सुविधा केंद्रों और आयुष्मान योजना का लाभ देने वाले सभी अस्पतालों में यह कार्ड मुफ्त बनाया जाएगा। अभी तक कार्ड बनवाने के 30 रुपये देने पड़ते थे। प्रदेश में इस योजना के पात्र करीब 63 फीसद यानी 1.06 करोड़ परिवार ऐसे हैं, जिसमें किसी भी सदस्य ने कार्ड नहीं बनवाया है। ऐसे में यह माना जा रहा था कि कार्ड बनाने का शुल्क लिए जाने के कारण लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे।
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जिलों में इसे लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा लोगों के कार्ड बनवाए जा सकें, इसलिए आशा वर्कर को प्रति कार्ड बनवाने पर 10 रुपये प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। यूपी में अभी करीब 1.06 करोड़ परिवार ऐसे हैं, जिनका आयुष्मान कार्ड अभी तक नहीं बना है। अभी तक इसे गोल्डन कार्ड के नाम से जाना जाता था, लेकिन केंद्र सरकार ने इसका नाम बदलकर आयुष्मान कार्ड कर दिया है। अभी मोटे कागज पर यह कार्ड बनाया जा रहा है, आगे प्लास्टिक का मजबूत कार्ड दिया जाएगा।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार गरीबों के इलाज के मुफ्त इलाज के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना चला रही है। इस योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाया जाता है, जिसके तहत लाभार्थी प्रति परिवार प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक की निश्शुल्क चिकित्सा सुविधा हासिल कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 10 मार्च से अगले 15 दिनों 24 मार्च तक आयुष्मान पखवाड़ा आयोजित करने जा रही है, जिसके तहत निश्शुल्क आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश में सभी ग्राम पंचायतों में आयुष्मान कार्ड वितरण के लिए कैंप आयोजित करने जा रही है। इस दौरान योग्य लाभार्थी परिवार आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।
कैसे बनवाएं आयुष्मान कार्ड
आयुष्मान कार्ड सूचीबद्ध निजी और सरकारी अस्पतालों में मुफ्त बनाए जाते हैं। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए व्यक्तिगत पहचान हेतु आधार कार्ड लेकर जाएं। परिवार की पहचान हेतु राशन कार्ड अथवा परिवार रजिस्टर की नकल साथ लेकर जाएं।