देहरादून। लंबी मशक्कत के बाद शनिवार देर रात कांग्रेस ने बहुप्रतीक्षित अपने 53 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। कांग्रेस जारी 53 प्रत्याशियों की पहली सूची के बाद 17 सीटों पर असमंजस के चलते कोई फैसला नही कर पाई है। इन 17 सीटों जिसमें देहरादून जिले की डोईवाला कैंट और ऋषिकेश सीट शामिल है। वहीं हरिद्वार की रुड़की, लक्सर, खानपुर, झबरेड़ा, हरिद्वार ग्रामीण, ज्वालापुर सीटों पर भी पेंच फंसा हुआ है।
राजधानी की कैंट विधानसभा में सूर्यकांत धस्माना,महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, अभिनव थापर एवं कुछ ही दिनों पूर्व इस सीट पर सक्रिय हुए वैभव वालिया के बीच टिकट की प्रतिस्पर्धा के चलते कोई फैसला नहीं हो पाया है। इस सीट पर जहां सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, वरिष्ठ समाजसेवी अभिनव थापर, आंदोलनकारी वीरेंद्र पोखरियाल का अच्छा जनाधार माना जाता है। वहीं वैभव वालिया ग्राउंड पर जीरो होने के बावजूद हाईकमान से नजदीकी के चलते इस सीट पर मजबूत दावेदारी ठोके हुए हैं। पार्षद कोमल वोहरा भी महिला कोटे से दमदार प्रत्याशी साबित हो सकती हैं। भाजपा ने भी महिला प्रत्याशी के रूप में इस सीट से बिना परिवारवाद की परवाह किये दिवंगत हरबंश कपूर की पत्नी सविता कपूर को टिकट दिया है।

वहीं डोईवाला विधानसभा में महिला कांग्रेस सेवादल की प्रदेश अध्यक्ष हेमा पुरोहित, मोहित उनियाल एवं गौरव चौधरी की दावेदारी के चलते पार्टी असमंजस में है। हालांकि यह भी कयास है कि अंतिम समय में इस सीट से चुनाव संचालन अभियान समिति के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी अपनी किस्मत आजमा सकते हैं।
इसी प्रकार हरिद्वार जिले की लक्सर विधानसभा सीट के लिए पार्टी असमंजस में है वहां से पूर्व विधायक हाजी तस्लीम अहमद के साथ ही सैनी समाज और गुर्जर समाज भी अपने लिए मजबूती से टिकट की मांग कर रहा है जिसके चलते इस सीट पर प्रत्याशी फाइनल नहीं हो पाया है। वैसे कांग्रेस पार्टी हरिद्वार जिले में मंगलौर से काजी निजामुद्दीन एवं पिरान कलियर से हाजी फुरकान अहमद के रूप में दो मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में उतार चुकी है। जिससे कहीं ना कहीं हाजी तसलीम अहमद का दावा कमजोर होता हुआ नजर आ रहा है।
इसी प्रकार रामनगर और सल्ट की उलझन में रंजीत रावत का टिकट भी अधर में फंसा हुआ है। जबकि पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की टिहरी सीट से दावेदारी को भी होल्ड पर रखा गया है। कुल मिलाकर बाकी बची 17 सीटों पर प्रत्याशी चयन कांग्रेस के लिए जी का जंजाल बन गया लगता है। देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस कब तक बाकी बची इन 17 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर पाती है।
